Madhya Pradesh Political News: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) से पहले भाजपा में लगातार नेताओं की बढ़ती नाराजगी के बाद अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश में सीधा दखल दे दिया है। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने भोपाल में डेरा डाल दिया है और वह लगातार पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बैठक कर रहे है। चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के कोर कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं की बढ़ती नाराजगी है।
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आज लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री निवास पर पार्टी के बड़े नेताओं के बीच मंथन हुआ। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ संगठन के बड़े नेता शामिल हुए। इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर हुई बड़ी बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश की मौजदूगी में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शामिल हुए।
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नेताओं की नाराजगी पड़ रही भारी-चुनावी साल में भाजपा को कांग्रेस से अधिक चुनौती अपने ही नेताओं से हो रही है। पिछले दिनो जिस तरह कैबिनेट भूपेंद्र सिंह के खिलाफ सागर से ही आने वाले कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह राजपूत की नाराजगी की खबरें आई उससे पूरी पार्टी बैकफुट पर दिखाई दे रही है।
वहीं चुनाव से ठीक पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कार्यप्रणाली को पार्टी के पुराने नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। कटनी से पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने सार्वजनिक तौर पर वीडी शर्मा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए है और कांग्रेस में जाने संकेत दे दिए है। विजयराघव गढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने कहा वह अपनी ही पार्टी में उपेक्षित महूसस कर रहे है इसलिए वह कांग्रेस में जाने का फैसला ले सकते है। इससे पहले जबलपुर से आने वाले पूर्व विधायक हरजीत सिंह बब्बू ने भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे हलांकि बाद में वह अपनी बात से पलट गए थे और पार्टी के साथ होने की बात कही थी।
ऐसे में चुनाव से ठीक पहले भाजपा पर अपनों की नराजगी भारी पड़ती दिख रही है। पार्टी के दिग्गज नेता इन दिनों अपनी ही पार्टी के खिलाफ विरोध की आवाज बुलंद कर पार्टी को आईना दिखा रहे है। वहीं कुछ नेताओं ने पार्टी से खुली बगावत कर कांग्रेस का दामन थाम भी लिया है इसमें पूर्व मंत्री दीपक जोशी सबसे बड़ा चेहरा है जो पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल हो गए है।
बड़े फेरबदल की संभावना-मध्यप्रदेश में जून के पहले पखवाड़े में बड़े फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिस तरह से हार का सामना करना पड़ा है उसके बाद अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मंथन के नए दौर में है। जून के पहले सप्ताह में मोदी कैबिनेट में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। मोदी कैबिनेट में होने वाले फेरबदल में चुनावी राज्यों में विशेष फोकस किया जा सकता है। अटकलें इस बात की लगाई जा रही है कि मध्यप्रदेश से मोदी कैबिनेट में कुछ नए चेहरों को शामिल करने के साथ वर्तमान में कैबिनेट में शामिल चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी के साथ राज्य में भेजा जाए जिससे चुनाव साल में सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल हो सके।