Bhopal Political News:चुनाव साल में बगावती तेवर दिखाने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी (Deepak Joshi) को मनाने में जुटे भाजपा के बड़े नेता को नाकामी हाथ लगी है। दीपक जोशी ने साफ कर दिया है कि वह अपने फैसले पर अडिग है और अब सब कुछ खत्म हो चुका है। गौरतलब है कि दीपक जोशी ने 6 मई को कांग्रेस में शामिल होने की बात कहीं है।
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दीपक जोशी को मनाने में नाकाम बड़े नेता-पूर्व मंत्री दीपक जोशी को मनाने के लिए गुरुवार देर रात भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव अचानक इंदौर पहुंचे और इंदौर भाजपा कार्यालय में दीपक जोशी से बंद कमरे में बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई यह पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि दीपक जोशी से बातचीत में पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने उनकी नाराजगी की वजह पूछी और उनकी बातों का ध्यान से सुना। एक घंटे तक बंद बातचीत के बाद बाहर निकले दीपक जोशी ने सीधे देवास निकल गए। वहीं देर रात देवास पहुंचे दीपक जोशी से शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज राजानी ने फिर मुलाकात की। इसके बात दीपक जोशी ने कहा कि वह अपने फैसले पर अडिग है और अब सब खत्म हो चुका है।
इस बीच 6 मई को कांग्रेस में शामिल होने का एलान करने वाले दीपक जोशी को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंहं तोमर भी आगे आए है। ग्वालियर में मीडिया से बात में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि दीपक जोशी से बात करेंगे। वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दीपक जोशी की नाराजगी पर कहा कि भाजपा एक परिवार है। परिवार में नाराजगी चलती रहती है और दूर भी हो जाते है।
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रघुनंदन शर्मा ने लिखी दीपक जोशी को चिट्ठी-इस बीच पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने दीपक जोशी से अपने फैसले पर पुर्नविचार करने की अपील की। रघुनंदन शर्मा ने दीपक जोशी को चिट्ठी लेकर अपने फैसले पर फिर से विचार करने और पिता के सींचे हुए वट वृक्ष (भाजपा) की छांव में रहने का आग्रह किया है। रघुनंदन शर्मा ने कहा कि परम आदरणीय कैलाश जोशी जी ने मुझे सिखाया वहीं मैं आपसे चाहता हूं। वो हमेशा कहा करते थे, अपने परिवार में जो भी जाने अनजाने भूल चूक हुई हो उसे मिल बैठ कर बात कर सुधार करना चाहिए न कि परिवार से दूर जाना। परम श्रद्धेय स्व. कैलाश जी का सम्मान सभी के मन में है। यह निरन्तर रहे इसलिए भाजपा का नेतृत्व प्रतिबद्ध है, कोई चूक हुई है त उसे भी सुधार करेंगे। मैं व्यक्तिगत रूप से यह प्रयास करूंगा। आपके सम्मान में भी कमी न आए। हो सके तो ऐसा कोई निर्णय ना लेना जिससे स्व. जोशी जी के मन को ठेस पहुंचे। मुझे पूरा विश्वारस हैं कि पुन मेरे आग्रह पर विचार जरूर करेंगे।
क्यों भाजपा से नाराज है दीपक जोशी?- पूर्व मंत्री दीपक जोशी की पार्टी से नाराजगी की मुख्य वजह चुनावी उम्मीदवारी है। देवास की हाटपिपलिया सीट से तीन बार भाजपा के विधायक रह चुके दीपक जोशी को 2018 के विधानसभा चुनाव में दीपक जोशी को कांग्रेस उम्मीदवार रहे मनोज चौधरी से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं 2020 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर मनोज चौधरी हाटपिपलिया से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। ऐसे में अब इस बार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा मनोज चौधरी को टिकट देने की तैयारी में है, ऐसे में दीपक जोशी जो खुद हाटपिपलिया से टिकट की दावेदारी कर रहे है उनका अपना राजनीतिक वजूद संकट में दिखाई दे रहा है और उन्होंने कांग्रेस का दामन थामने के संकेत दिए है।