Jyotiraditya Scindia News: तीन केन्द्रीय मंत्रियों- नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते को विधानसभा चुनाव का टिकट मिलने के बाद अब मध्य प्रदेश में यह सवाल उठने लगा है कि क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी विधानसभा चुनाव लड़ाया जाएगा। दरअसल, सिंधिया को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। इस बीच, सिंधिया ने अपनी उम्मीदवारी को लेकर इंदौर में कहा कि वह भाजपा के कार्यकर्ता मात्र हैं।
सिंधिया ने इंदौर में मीडियाकर्मियों के सवाल पर कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और हरेक कार्यकर्ता पार्टी की दी गई प्रत्येक जिम्मेदारी को अपना धर्म मानकर निभाता है। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनावी मैदान में इसलिए उतारा है क्योंकि वह अपनी हार के अहसास से घबरा गई है।
सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा कि चुनावों में कौन घबराया है, यह राज्य की जनता अगले 60 दिन में तय कर देगी। सपने देखना कांग्रेस की आदत बन गई है। प्रधानमंत्री कांग्रेस का विवरण सार्वजनिक रूप से पहले ही दे चुके हैं कि यह पार्टी वह लोहा है जिस पर जंग लग चुका है।
वर्ष 2020 में कांग्रेस से भाजपा में आए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के साथ कठिनाई यही है कि कांग्रेस बंद कमरों में चंद लोगों के साथ बैठकर अपना चुनावी विमर्श गढ़ती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वास्तविक विमर्श जनता बनाती है। मुझे पूरा विश्वास है कि मध्यप्रदेश की नौ करोड़ जनता के मन में ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं, जैसे मोदी के मन में जनता है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 3 केन्द्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है। इनमें सीधी से रीती पाठक, जबलपुर से राकेश सिंह और सतना से सांसद गणेश सिंह शामिल हैं।
भाजपा ने पहले ही हार मानी : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी किए जाने के बाद मंगलवार को दावा किया कि चुनाव से पहले ही नतीजे स्पष्ट हो गए हैं क्योंकि भाजपा ने हार मान ली है। मुख्य विपक्षी दल के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी दावा किया कि मध्य प्रदेश में जिन लोगों ने चोरी-छिपे सरकार बनाई, जनता उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है।
खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में अपने 51 मिनट के भाषण में 44 बार कांग्रेस का नाम लिया...जिस राज्य में 18 साल से भाजपा की सरकार है, वहां आप 44 बार कांग्रेस का नाम ले रहे हैं। यह बताता है कि मध्य प्रदेश में सरकार की उपलब्धियां 'जीरो' हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जितना ज्यादा प्रचार करते हैं, हमें उतना कम प्रचार करना पड़ता है। अगर मोदी जी झूठ बोलना थोड़ा कम कर दें तो वह कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के स्टार प्रचारक बन सकते हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया कि यह प्रमाणित हो चुका है कि देश के प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं।
उन्होंने दावा किया कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो इसका अर्थ है कि वे अपनी हार को टाल रहे हैं क्योंकि वह विधानसभा चुनाव से बचेंगे तो लोकसभा चुनाव में हार जाएंगे। (एजेंसी/वेबदुनिया)