मंदसौर से कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन ने चुनाव खर्च के लिए मिली राशि का बेहतर तरीके से उपयोग कर नए अंदाज में चुनाव लड़ा है। चुनाव खर्च के लिए चंदा न लेकर उन्होंने उन लोगों को निराश तो किया ही जो ऐसे नेताओं के आगे-पीछे पैसा लिए घूमते रहते हैं, बल्कि आलाकमान से वाहवाही भी हासिल की है। मीनाक्षी ने न केवल छवि सुधारी बल्कि राहुल गाँधी के विश्वास पर भी खरा उतरने की कोशिश की।
आलाकमान ने प्रदेश में प्रत्येक प्रत्याशी को चुनाव खर्च के लिए जो राशि दी, मीनाक्षी ने इसका यथासंभव उपयोग कर मात्र 14 लाख 40 हजार के खर्च का ब्योरा चुनाव आयोग को प्रस्तुत किया है।
मीनाक्षी का कहना है कि इसके लिए उन्होंने किसी से चंदा नहीं लिया बल्कि चंदा न देने की अपील की थी। उन्हें जो पैसा चुनाव खर्च के लिए पार्टी से मिला वही खर्च किया है। मीनाक्षी ने स्पष्ट किया कि वे नेहरू युवा केंद्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, पर इस पद का उपयोग चुनाव के लिए नहीं किया।
वैसे भी नेहरू युवा केंद्र का ऑडिट नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक के माध्यम से किया जाता है जिसमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है।
नेहरू युवा केन्द्र संगठन ऑफिसर्स एसोसिएशन, भोपाल के अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला ने कहा कि मीनाक्षी को मप्र नेहरू युवा केंद्र के किसी भी कार्यालय से मदद नहीं की गई है। उपाध्यक्ष रहते हुए भी कई बार सारे खर्च उनके द्वारा स्वयं ही वहन किए जाते रहे तथा उनके कार्यकाल में इस तरह का कोई भी व्यवहार किसी भी केंद्र के कार्यालय में नहीं किया गया है।
मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि मैंने चुनाव खर्च के लिए उपलब्ध राशि से ही चुनाव लड़ा है, जिसका ब्योरा आयोग को भेज दिया है। नेहरू युवा केंद्र से कोई मदद नहीं ली।-नईदुनिया