मध्यप्रदेश के राज्यपाल डॉ.बलराम जाखड़ ने पिछले दिनों मेंगलूर के एक पब में लड़कियों से मारपीट की आतंकवाद से तुलना करते हुए तल्ख टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में किसी को हर्गिज अधिकार नहीं है कि वह डंडा उठाकर खुद को चौधरी साबित करता फिरे।
डॉ. जाखड़ इंदौर में आतंकवाद पर एक परिचर्चा के बाद तीन फरवरी की रात मीडिया से मुखातिब थे। उनसे श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा 24 जनवरी को मेंगलूर के एक पब में लड़कियों की पिटाई को लेकर सवाल किया गया था।
इस पर मप्र के राज्यपाल ने किसी का नाम लिए बगैर कहा यह सारा काम आतंकवाद ही है। मुंबई में जो हुआ वह आतंकवाद था और जो मेंगलूर में घटा वह भी आतंकवाद ही है। दरअसल किसी पर जुल्म करना आतंकवाद है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी को लगता है कि लड़कियाँ गलत काम कर रही हैं तो उन्हें समझाने या उनके घरवालों से बातचीत की कोशिश होनी चाहिये। लेकिन किसी को हक नहीं है कि वह कानून अपने हाथ में ले ले।
साफगोई के लिए मशहूर डॉ.जाखड़ ने कहा इस सिलसिले में लड़कियों की पिटाई सरासर गलत है। हिंदुस्तान में प्रजातंत्र है और सरकारों को ऐसे बदमाशों के खिलाफ जागरुक होना चाहिए।
इससे पहले उन्होंने परिचर्चा के दौरान क्षेत्रवाद की समस्या और लोकतांत्रिक व्यवस्था में आई गिरावट पर भी गहरी चिंता जताई।