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डूब की खबर से ग्रामीण परेशान

बाँध बनने की अफवाह से फैली दहशत

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हमें फॉलो करें डूब की खबर से ग्रामीण परेशान
बैतूल , बुधवार, 23 सितम्बर 2009 (12:17 IST)
बोंदरी घाट पर बन रहा विशाल डेम। डूब जाएँगे 54 गाँव। मलजापुर की समाधि पर रहेगा 40 फीट पानी। 30 वर्ष पूर्व हो चुका है सर्वे। आंध्रप्रदेश की कंपनी ने लगाए निशान। चूनादेव टेकरी की हो चुकी है नपाई। पानी का स्तर नापने बोंदरी घाट की हो चुकी नपाई। चंद दिनों में ही शुरू हो जाएगा डेम का निर्माण। ऐसी तमाम चर्चा चिचोली एवं शाहपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले 54 ग्रामों में हो रही है, जिससे ग्रामीण बुरी तरह दहशत में आ गए हैं।

स्थिति यह हो गई है कि कुछ ग्रामीण खाना-पीना तक छोड़ने लगे हैं। सूत्रों ने बताया कि यदि शीघ्र ही जिला प्रशासन ने आगे आकर उड़ रही अफवाह पर काबू पाने के प्रयास नहीं किए तो आने वाले दिनों में स्थिति बिगड़ सकती है और ग्रामीण सदमे का शिकार भी हो सकते हैं।

चिचोली और शाहपुर विकासखंड के अंतर्गत डेम बनाए जाने की उड़ रही अफवाह में से हर वर्ग के लोग बुरी तरह प्रभावित होने लगे हैं। सभी को ऐसा लगने लगा है कि उनकी पुरखों की जमीन डेम निर्माण से डूब में आ जाएगी और वह बेघर हो जाएँगे। हालाँकि क्षेत्र के कुछ जागरूक ग्रामीण अफवाह को नजरअंदाज करते हुए ग्रामीणों को समझाइश दे रहे हैं, लेकिन आदिवासी ग्रामीणों पर उनका कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है।

किसका हुआ सर्वे : ग्रामीणों ने बताया कि बोंदरी घाट के आसपास ही विगत दिवस आंध्रप्रदेश के कुछ अधिकारियों ने टेंट लगाकर बाकायदा क्षेत्र का सर्वे करते हुए कुछ निशान भी लगाए हैं। जब ग्रामीणों ने उनसे अपनी जिज्ञासा शांत करने की कोशिश की तो उन्होंने विरोध करते हुए किसी भी प्रकार की न तो सांत्वना दी और न ही कोई समझाइश दी।

इससे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और ग्रामीणों ने सर्वे कर रहे आंध्रप्रदेश के अधिकारियों को खदेड़ दिया था। क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि एक ओर विशालकाय डेम निर्माण की चर्चा फैल रही है वहीं दूसरी ओर आंध्रप्रदेश के अधिकारी सर्वे में जुटे थे।

कौन उड़ा रहा अफवाह : ग्रामीणों ने बताया कि जब क्षेत्र में ऐसा कोई डेम निर्माण ही नहीं हो रहा है तो आखिर किस बात का सर्वे किया गया था। जब ग्रामीणों ने इसकी जानकारी लेनी चाहिए तो अधिकारियों ने विरोध क्यों किया।

ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में ऐसी चर्चा चल रही है कि माचना नदी के बोंदरी घाट पर बनने वाले विशाल डेम से डूब क्षेत्र में चिचोली और शाहपुर विकासखंड के केसिया, कान्हेगांव, सेहरा, डोलिया, टांडा, मलाजपुर, मंडई, बोंदरी, चिखली, ठप्पा समेत 54 गाँव आ जाएँगे। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर क्षेत्र में ऐसी अफवाह कौन फैला रहा है।

भारत सरकार ने कराया सर्वे : क्षेत्र में खबर यह भी चल रही है भारत सरकार द्वारा भू सर्वेक्षण विभाग से सर्वे कराया जा रहा है जिससे अधिकारियों ने आकर नापतौल की है। जबकि जिला प्रशासन के पास भू सर्वेक्षण विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है कि भारत सरकार द्वारा ऐसा कोई सर्वे कार्य कराया गया है।

जल संसाधन, बैतूल के कार्यपालन यंत्री पीएन गौर ने कहा कि चिचोली और शाहपुर विकासखंड के 54 गाँव डूब में आने की किसी शरारती तत्वों द्वारा अफवाह उड़ाई जा रही है। इस क्षेत्र में माचना नदी पर ऐसा कोई डेम का निर्माण नहीं होना है और न ही कोई प्रस्ताव है।

शाहपुर के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा ने कहा कि कुछ दिन पूर्व आंध्रप्रदेश के कुछ अधिकारियों ने सर्वे कर नपाई भी की थी। जब ग्रामीणों ने अधिकारियों से चर्चा करना चाही तो अधिकारियों को हिन्दी नहीं आने से वह कोई जवाब नहीं दे पाए जिससे ग्रामीण भड़क गये थे और उन्हें खदेड़ दिया था। सर्वे किस बात का हुआ इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।

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