छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सली हमलों के बीच राज्य सरकार ने अब नक्सलियों से बातचीत नहीं करने का फैसला किया है।
राज्य के गृहमंत्री ननकी राम कँवर ने शनिवार को यहाँ बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में नक्सली हिंसा के बीच नक्सलियों से कोई भी बातचीत नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि नक्सल समस्या केवल छत्तीसगढ़ की नहीं, बल्कि पूरे देश की समस्या है। इस संबंध में नक्सलियों को केंद्र सरकार से बातचीत करना चाहिए।
गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलियों ने राज्य सरकार से बातचीत की पेशकश की थी। उस समय कहा गया था कि यदि नक्सली हमले बंद करते हैं तब उनसे बातचीत के बारे में विचार किया जा सकता है, लेकिन नक्सलियों ने हमले जारी रखे। हत्या और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती है।
कँवर का यह बयान उस समय आया है, जब नक्सलियों ने राज्य के बस्तर और राजनांदगाँव क्षेत्र में हमले तेज कर दिए हैं तथा पिछले एक माह के दौरान 10 पुलिसकर्मियों समेत 20 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी है। इन घटनाओं में भारतीय जनता पार्टी के दो स्थानीय नेता भी मारे गए हैं।
इधर राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बढ़ती नक्सली घटनाओं के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री रमनसिंह ने नक्सल समस्या को लेकर राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई, जिसमें गृहमंत्री भी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव होने के बाद जनवरी माह में यहाँ माओवादियों ने राज्य में शांति बनाए रखने के लिए बातचीत समेत हर कदम उठाने की बात कही थी। इसका राज्य सरकार ने भी स्वागत किया था। बातचीत का माहौल बनाने के लिए राज्य सरकार ने नक्सलियों से हमले बंद करने के लिए कहा था।
नक्सलियों द्वारा बातचीत के लिए तैयार होने के बाद भी राज्य में नक्सली घटनाओं में कोई कमी नहीं आई, बल्कि लोकसभा चुनाव के दौरान इसमे तेजी ही आई है।