दुनिया में प्रतिदिन लगभग तीन हजार लोग विभिन्न परेशानियों या अवसाद के चलते खुदकुशी कर लेते हैं यानी प्रति 40 सेकंड में एक व्यक्ति मौत को गले लगा लेता है।
भारत में हर रोज 336 लोग आत्महत्या कर लेते हैं जबकि इस आँकड़े से 20 गुना ज्यादा व्यक्ति खुदकुशी की कोशिश करते हैं।
गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल के मनोरोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन. साहू ने यहाँ एक बयान में कहा है कि आत्महत्या के यह आँकडे चौंकाने वाले हैं। इसे देखते हुए वर्ष 2003 से आत्महत्या की रोकथाम की अंतरराष्ट्रीय समिति तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साझा रूप से जागरूकता फैलाने के लिए प्रति वर्ष दस सितंबर को 'विश्व आत्महत्या निरोधी' दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
डॉ. साहू ने कहा कि इसी कडी में गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय के मनोरोग विभाग विभाग में कल एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय है 'विश्व में आत्महत्या का वर्तमान स्तर तथा इसकी रोकथाम की रणनीतियाँ।'