मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में 27 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार का काम मंगलवार शाम पाँच बजे समाप्त हो गया।
राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 3180 प्रत्याशियों के भाज्ञ का फैसला कुल 3 63 32 802 मतदाता करेंगे जिसमें। 71 93 870 महिलाएं शामिल हैं। मतदान के लिए समूचे प्रदेश में कुल 47 209 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं जिनमें 12 582 संवेदनशील हैं।
प्रचार थमने से पहले आज अंतिम दिन सत्तारूढ़ भाजपा ने जहाँ गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह, एम. वेंकैया नायडू, शत्रुघ्न सिन्हा एवं यशोधरा राजे सिंधिया की सभाएँ कराईं, वहीं कांग्रेस ने जनता को रिझाने के लिए अपने युवा नेता राहुल गाँधी का सहारा लिया। पूरे चुनाव के दौरान भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान की कमान प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी के हाथों में रही।
इस चुनाव में मायावती की बसपा ने पहली बार सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, वहीं सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के 228, भाजश के 226 एवं सपा के 225 प्रत्याशी मैदान में हैं।
भाजपा ने बहोरीबंद सीट जदयू की सरोज बच्चन नायक के लिए छोड़ी है और उसके गुना के प्रत्याशी गोपीलाल जाटव का नामांकन रद्द हो गया है, वहीं कांग्रेस ने बुरहानपुर सीट राकांपा विधायक हामिद काजी के लिए छोड़ी है तो उसके सिलवानी प्रत्याशी जसवंतसिंह का पर्चा रद्द हो चुका है।
महिला आरक्षण की तरफदारी करने वाली राजनीतिक पार्टियों ने महिलाओं को टिकट देने में इस बार भी खासी कंजूसी बरती है। कुल 230 सीटों पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 29 महिलाओं को टिकट दिया है तो भाजपा ने केवल 23 को इस लायक समझा है।