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नीलसन ओपिनियन पोल में मप्र में फिर भाजपा

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इंदौर। एबीपी-नीलसन ओपिनियन पोल के अनुसार आगामी मध्यप्रदेश विधासभा चुनाव में भाजपा को फायदा होने जा रहा है। मप्र में 25 नवम्बर को 230 सीटों के लिए मतदान होने जा रहा है। सर्वे के अनुसार शिवराज सिंह चौहान जीत की हैट्रिक लगाने जा रहे हैं। सर्वे के अनुसार भाजपा को 155, कांग्रेस को 65 और अन्य को 10 सीटें मिलेंगी। मध्यप्रदेश के 4 करोड़ से अधिक मतदाता किसे कुर्सी पर बैठाएंगे, इसका फैसला 8 दिसम्बर को चुनाव परिणाम आने के बाद पूरे देश को पता चल जाएगा।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प मुकाबले मध्यप्रदेश में ही होने जा रहे हैं। एबीपी न्यूज ने नीलसन पोल के आंकड़े बुधवार को मीडिया में दिखाए। सर्वे में बताया गया है कि मालवा क्षेत्र की कुल 66 सीटों में से भाजपा को 43, कांग्रेस को 22 और अन्य को 1 सीट मिलेगी। ग्वालियर-चंबल संभाग में 34 सीटें दांव पर हैं। यहां भाजपा को 17, कांग्रेस को 13 और अन्य को 4 सीटें प्राप्त होंगी।

इसी तरह बुंदेलखंड के बारे में कहा गया है कि यहां पर कुल 26 सीटों में से भाजपा को 21, कांग्रेस को 5 सीटें मिलेंगी। बघेलखंड में भी भाजपा का ही परचम लहराएगा। यहां पर कुल 32 सीटों पर सर्वे किया गया, जिसमें पाया गया कि भाजपा को 25, कांग्रेस को 5 और अन्य को 2 सीटें मिलेंगी। महाकौशल में कुल 36 सीटें हैं और यहां भी भाजपा का रुख देखा जा रहा है। महाकौशल से भाजपा को 21, कांग्रेस को 13 और अन्य को 2 सीटें मिलने की बात कही जा रही है।

नीलसन सर्वे 28 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक किया गया और जिसमें 21 हजार लोगों से बातचीत की गई। एबीपी न्यूज ने इंदौर में कांग्रेस, भाजपा नेताओं और प्रबुद्ध लोगों से बातचीत की।

मप्र के कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि यह सर्वे 14 नवम्बर तक किया गया है, जबकि आज 20 नवम्बर है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, हवा का रुख पलट रहा है। हमें पूरी उम्मीद है कि मालवा में कांग्रेस को 66 में से 44 सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह का दो सीटों से चुनाव लड़ना इसका सबूत है कि जनता ने उन्हें नकार दिया है। वे किसी एक जगह के लोगों को तो धोखा दे ही रहे हैं।

शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने कहा कि कांग्रेस ने हर जिले में अपनी स्थिति में सुधार किया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में सभी वरिष्ठ नेता मिल-जुलकर प्रचार कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष हैं और हमारी पार्टी लोकतंत्र पर भरोसा करती है। इसी कारण कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री को प्रोजेक्ट नहीं किया है।

वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूसिंह रघुवंशी ने कहा कि मैं पिछले तीन महीने से मालवा निमाड़ का दौरा कर रहा हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि यहां पर भाजपा को 2008 के पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक सीटें मिलेंगी। इस बार के चुनाव में भाजपा के 16 नेता प्रतिदिन 4 चुनावी सभा ले रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि शिवराज सिंह प्रदेश में जीत की हैट्रिक लगाएंगे।

वेबदुनिया डॉट कॉम के संपादक जयदीप कर्णिक से जब चुनाव के बारे में राय जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि ओपिनियन पोल अपनी जगह है। कांग्रेस को प्रचार की कमजोरी के कारण खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पिछली बार इसी तरह के लाइव कार्यक्रम में शिवराज सिंह तो मंच पर थे लेकिन कांग्रेस के नेता सुरेश पचौरी नजर नहीं आए। कांग्रेस पार्टी में 'नायक' की कमी दिखाई दे रही है। मुद्दों और समस्याओं को लेकर जनता अभी भी इंतजार कर रही है कि आखिरकार उनका समाधान कब होगा...

मुद्दों से हटकर व्यक्ति विशेष पर आकर टिकी राय...आगे पढ़ें...


एबीपी न्यूज के इस लाइव कार्यक्रम में मौजूद लोगों की राय मुद्दों से हटकर व्यक्ति विशेष पर आकर टिक गई। ज्यादातर लोग नरेन्द्र मोदी को पसंद कर रहे थे जबकि कुछ लोगों ने राहुल गांधी को अपनी पसंद बताया। साफ जाहिर हो रहा था कि जो भी लोग थे वे पार्टी विशेष से संबंधित थे।

इस बारे में जयदीप कर्णिक ने कहा, मुझे लगता है कि यहां पर व्यक्तिवाद हावी हो गया है। मुद्दों पर व्यक्ति हावी होते जा रहे हैं। हमें जमीनी स्तर पर यह देखना होगा कि पिछले पांच साल में जनप्रतिनिधि (विधायक) ने क्या-क्या काम किए?

एक छात्रा ने यह सवाल जरूर किया कि क्या कारण है कि प्रदेश में कई घोटाले हुए हैं? पीएमटी का व्यापम घोटाला सबसे बड़ा रहा? छात्रा ने यह भी सवाल दागा कि क्या कारण है कि प्रदेश से 10 हजार बच्चियां गायब हुई हैं?

इसके जवाब में भाजपा नेताओं ने कहा कि जो भी घोटाले हुए हैं, उसमें बाकायदा एफआईआर दर्ज हुई हैं। जहां तक बच्चियों के गायब होने का सवाल है तो यह कभी सामने नहीं आता कि बच्चियां मिलती भी रही हैं।

नरेंद्र सलूजा ने प्रदेश की सुरक्षा पर सीधा सवाल दागते हुए कहा कि आखिर भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार इंदौर में 22 नवम्बर को आ रहे हैं और अपनी ‍हिफाजत के लिए गुजरात पुलिस को ला रहे हैं। क्या उन्हें प्रदेश सरकार पर सुरक्षा का भरोसा नहीं रह गया है?

आम जनता की तरफ से भी कुछ रोचक सवाल पूछे गए, जो कुछ इस तरह के थे...

प्रदेश सरकार में बैठे इंदौर के मंत्री कभी जनता के बीच क्यों नहीं जाते?
स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने अब तक क्या किया?
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की जनता को कौनसी सुविधाएं दी?

इस लाइव कार्यक्रम के अंत में एबीपी के एंकर ने साफ तौर पर कहा कि यह प्रि पोल नतीजे हैं। हो सकता है कि आने वाले समय में जो भी ओपिनियन पोल में नतीजे सामने आएं वो एकदम उलट हो...
(वेबदुनिया)

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