भोपाल। मध्यप्रदेश में भारत बंद के दौरान सोमवार को हुए संघर्ष में भिण्ड जिले में दो और लोगों की मौत के साथ प्रदेश में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है, जबकि 54 पुलिसकर्मी सहित 153 लोग घायल हुए हैं।
इसी बीच, असामाजिक तत्वों ने मंगलवार को मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य के भिण्ड जिले स्थित घर पर धावा बोलने का प्रयास किया। भिण्ड जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया, ‘हमने आर्य के भिण्ड जिले के गोहद इलाके स्थित घर पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा धावा बोलने के प्रयास को असफल कर दिया।’
उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने इन असामाजिक तत्वों को ऐन मौके पर वहां से खदेड़ दिया।’ मंत्री आर्य ने बताया, ‘मैं गोहद में नहीं हूं। वहां धारा 144 लगाई गई है। मैं इस समय भोपाल में हूं। मुझे बताया गया है कि कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता इस घटना के पीछे थे।’
भिण्ड के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि संघर्ष में मेहगांव में प्रदीप जाटव गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी कल देर रात को मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य व्यक्ति जसरथ ऊर्फ दर्शन जाटव का शव आज सुबह मछंड गांव के पास एक खेत में पाया गया है उसके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। इसके साथ ही अब तक भारत बंद के दौरान हुए संघर्ष में आठ लोग मारे गए हैं जिसमें भिण्ड जिले में चार, ग्वालियर में तीन और मुरैना में एक व्यक्ति शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘अभी हमारी प्राथमिकता कानून एवं व्यवस्था बनाये रखना है।’ अधिकारियों ने बताया कि कल हुई हिंसा में घायल हुए 60 से अधिक लोगों का इलाज ग्वालियर, भिण्ड एवं मुरैना जिलों में किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसक घटनाओं में लगभग 99 आम नागरिक तथा 54 पुलिसकर्मी घायल हैं। चंबल, सागर एवं ग्वालियर में इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद है।’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘भिंड एवं मुरैना के शहरी क्षेत्र, ग्वालियर के थाटीपुर, मुरार और गोला के मंदिर क्षेत्र में कर्फ्यू जारी है। ग्वालियर के महाराजपुर क्षेत्र से कर्फ्यू हटा लिया गया है।’
इसमें कहा गया है कि कल हुए घटनाक्रम के चलते कई स्थानों पर अप्रिय घटनाएं घटित हुई हैं। उसी तारतम्य में पुलिस द्वारा प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। विज्ञप्ति के अनुसार, ‘वर्तमान में सभी जगह स्थिति नियंत्रण में हैं।’ मुरैना जिले के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया, ‘कल हुई हिंसा के मामले में हमने अब तक 53 लोगों को गिरफ्तार किया है।’
खरे ने बताया, ‘मछंड थाने के पास कल महावीर राजावत (40) की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है।’ हालांकि, कल मध्यप्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि मरने वाले लोगों में से कोई भी व्यक्ति पुलिस की गोली से नहीं मरा है।
उन्होंने बताया, ‘इस मामले में मछंड पुलिस थाने के हवलदार रामकुमार दोहरे और सिपाही सुल्तान राठौर के खिलाफ भादंवि की धारा 307 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर विस्तृत जांच की जा रही है।’ (भाषा)