इंदौर। बड़े-बड़े शातिर अपराधियों को धर दबोचने वाली इंदौर पुलिस को एक युवती चूना लगाते हुए 10 महीने से भी ज्यादा समय तक पुलिस ऑफिसर्स मेस के एसी कमरे में आराम फरमाती रही। लापरवाही का आलम यह रहा कि उसकी सुरक्षा में गार्ड ओर गाड़ी भी तैनात थी लेकिन पुलिस को उस पर शक भी नहीं हुआ। इतना नहीं रोज तमाम अफसर उसे सलाम भी ठोंकते थे।
क्या है पूरा मामला : जानकारी के मुताबिक ऑफिसर्स मेस में युवती खुद को एडीजी की बहन बताकर रुकी थी। करीब 10 महीने युवती ऑफिसर्स मेस में रुकी रही और सभी सुविधाओं का लाभ उठाती रही। जब सोमवार रात मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। दरअसल जब मेस अधिकारी ने सौजन्यवश एडीजी से पूछ लिया कि आपकी बहनजी को मेस में कोई दिक्कत तो नहीं.. तो एडीजी साहब ने बताया कि उनकी तो कोई बहन ही नहीं है!
सकते में आई पुलिस ने देर रात मौके पर पहुंचकर युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पता चला है कि युवती इंदौर, भोपाल सहित कई शहरों में ऑफिसर्स मेस सहित अन्य विभागों के गेस्ट हाउस में रुक चुकी है और सरकारी गाड़ी ओर गार्ड के साथ घूमती थी। युवती अपना नाम सोनाली शर्मा बताकर यहां रुकी थी। पूरा मामला सामने आने के बाद अब कई सवाल खड़े हो रहे है।
मामले का खुलासा होने के बाद देर रात एसपी विवेक सिंह, एएसपी रूपेश द्विवेदी, एएसपी धनंजय शाह, टीआई मंजू यादव सहित तमाम बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर युवती से पूछताछ शुरू कर दी है। ऑफिसर्स मेस में युवती के रुकने के पीछे उसकी मंशा क्या थी और वह कोई गोपनीय जानकारियां तो कहीं भेज नहीं रही थी। इन सब बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है।
लेकिन, पूरा मामला सामने आने के पुलिस की एक बड़ी लापरवाही जरूर सामने आई है। क्योंकि जिस ऑफिसर्स मेस में कोई बगैर इजाजत के दाखिल नहीं हो सकता था, वहां यह युवती पिछले 10 महीने रुकी रही।