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भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, आरोपी के दुबई कनेक्शन की पड़ताल

हमें फॉलो करें भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, आरोपी के दुबई कनेक्शन की पड़ताल
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विकास सिंह

, शुक्रवार, 8 जुलाई 2022 (16:17 IST)
भोपाल। भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा भारती को जान से मारने की धमकी मामले में भोपाल पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने अहमदाबाद के रहने वाले नासिर नाम के शख्स को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि नासिर को दुबई से भारत लौटने पर एयरपोर्ट पर क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया। भोपाल पुलिस के सूत्रों के मुताबिक नासिर दुबई में प्लाबिंग का काम करता था और उसने ही साध्वी प्रज्ञा को अंडरवर्ल्ड के नाम से धमकी से दी। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी नासिर के दुबई कनेक्शन की जांच भी कर रही है। 
 
अंडरवर्ल्ड के नाम पर मिली थी धमकी-भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा को मोबाइल पर अंडरवर्ल्ड सरगना इकबाल कासकर के नाम से जान मारने की धमकी मिली थी। इसकी शिकायत खुद सांसद की ओर से पुलिस को की गई थी। भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा भारती ने पुलिस को बताया था कि उनके पर्सनल मोबाइल फोन पर रात 1.30 बजे एक फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है। फोन करने वाले शख्स ने खुद अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर का आदमी बताते हुए कहा कि तुम्हारी हत्या की जाने वाली है। 
 
फोन करने वाले शख्स से जब साध्वी प्रज्ञा भारती ने हत्या करने का कारण पूछा तो उसने बताया कि कि मुसलमानों को टारगेट करने और उनके खिलाफ जहर उगलने के कारण हत्या करने की बात कही। फोन करने वाले शख्स ने एक्शन का रिएक्शन की बात कहते हुए कहा कि जो मारेगा उससे सब पता चल जाएगा।
 
नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर धमकी-सांसद साध्वी प्रज्ञा भारती ने पैंगबर मोहम्मद पर अपमानजक टिप्पणी करने वाले नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन किया था। नुपूर शर्मा के बयान पर बोलते हुए साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा था कि सच बोलने के लिये बदनाम हूं। ज्ञानवापी में शिव मंदिर था और है और आगे भी रहेगा, उसको फौव्वारा कहना गलत है। हिंदू देवी देवताओं पर अगर कोई कुठराघात करता है तो हम भी किसी की असलियत बताएंगे। हमारी असलियत तुम बता दो, हमें स्वीकार है, लेकिन तुम्हारी असलियत हम बता रहे हैं तो क्यों तकलीफ है? इसका मतलब कहीं न कहीं इतिहास गंदा है।

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