भोपाल पुलिस पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष के परिजनों से मारपीट का बड़ा आरोप
पुलिस ने झाड़ा पल्ला, प्रदर्शन से पहले किसान नेता को पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोपाल। मोदी सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में बुधवार को राजधानी भोपाल में किसान दिवस पर होने वाले प्रदर्शन को रोकने को लेकर पुलिस पर किसान नेता और उनके परिवार के साथ मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा है।
पिछले कुछ दिनों में भोपाल में किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन मध्यप्रदेश के अध्यक्ष अनिल यादव ने राजधानी पुलिस पर उनको जबरन हिरासत में रखने और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं।
अनिल यादव ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि सादी वर्दी में आए पुलिस ने उनको मंगलवार देर रात घर से उठा लिया और करीब 22 घंटे थाने में रखने के बाद बुधवार शाम को छोड़ा।
उनका आरोप है कि मंगलवार आधी रात करीब 12 बजे पुलिस कर्मी जो बिना वर्दी के थे, गुंडे-बदमाशों की तरह उनके घर आए और घर के सभी सदस्यों के मोबाइल छीनने के साथ महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की। इसमें उनके चचरे भाई और बेटे को गंभीर चोट आई है।
किसान नेता का आरोप है कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ तानाशाही रवैया अपना रही है। किसान नेताओं और उनके परिवारों के साथ मारपीट कर सरकार ने तानाशाही की सभी हदें पार कर दी हैं। अपने वीडियो संदेश में अनिल यादव ने आरोप लगाया है कि पुलिस के बड़े अफसरों के इशारे पर भोपाल में होने वाले प्रदर्शन से उनको रात के अंधेरे में गिरफ्तार किया गया, वहीं थाने में उनको उनसे जबरदस्ती साइन कराए हैं और पुलिस उनको किसी दूसरे केस में फंसा सकती है, वहीं पुलिस ने मारपीट की किसी भी तरह की बात से इंकार किया है।
बुधवार दिन में भोपाल में किसान दिवस पर किसानों ने जब प्रदर्शन करने की कोशिश की तो पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया और धरनास्थल नीलम पार्क में लोगों की आवाजाही रोक दी। भोपाल में किसानों की गिरफ्तारी की निंदा आंदोलन की अगुवाई कर रहे संगठन एआईकेसीसी ने की है।