उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कमलनाथ की गैरमौजूदगी को भाजपा ने बनाया मुद्दा
'सेनापति' नहीं तो 'सेना' की चर्चा क्यों : नरोत्तम मिश्रा
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों के एलान के बाद अब सियासी पारा गर्मा गया है। सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा में चुनाव को लेकर बैठकों को दौर तेज हो गया है। मंगलवार रात मुख्यमंत्री निवास पर मंत्रियों की बैठक में उपचुनाव को लेकर रणनीति तैयार हुई। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा उपचुनाव वाली सीटों पर फोकस करते हुए लगातार चुनाव प्रचार कर रहे है।
वहीं दूसरी ओर उपचुनाव की तारीखों के एलान के बाद कांग्रेस में चुनाव को लेकर तैयारियां अभी न के बराबर है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाने की खबरें भी चर्चा में है। कमलनाथ के प्रदेश में नहीं होने और स्वास्थ्य को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। वहीं नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि जब 'सेनापति' ही नहीं है तो 'सेना' की चर्चा क्यों की जाए। प्रदेश की जनता कांग्रेस को अच्छी तरह समझ चुकी है। उपचुनाव में कांग्रेस हारने वाली है यह साफ दिखाई दे रहा है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कांग्रेस के पास आज न तो नीति है, न नीयत है और न नेता है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से नहीं गुटों से मिलकर बनी है, इसलिए सभी अपने-अपने गुटों को लेकर आगे बढ़ रहे है और साधने में जुटे हुए है। आज जगह-जगह से कांग्रेस टूट रही है और टूटी हुई कांग्रेस को जोड़ने के लिए टुकड़े-टुकड़े गैंग वालों को लाया जा रहा है। कांग्रेस के हश्र को देखकर दिग्विजय सिंह जी के दर्द को अच्छी तरह से समझा जा सकता है।
वहीं उपचुनाव की तारीखों के एलान के बाद प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर दमोह उपचुनाव की तरह इस बार भी जीत का दावा किया। कमलनाथ ने लिखा कि कांग्रेस इन चुनावों को लेकर पूरी तरह तैयार और समय आने पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर देंगे।