इंदौर। इंदौर के इंस्टीट्यूट 'ब्रेन ऐक्सेल' को 'नेशनल एजुकेशन एक्सीलेंट अवॉर्ड-2016' (एनएईए) से सम्मानित किया गया। इंस्टीट्यूट के संस्थापक विशाल अग्रवाल ने बताया कि संस्था को यह सम्मान दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
संस्थापक अग्रवाल ने बताया कि इंस्टीट्यूट में सिर्फ दो दिन में प्राकृतिक तरीके से डीप मेडिटेशन के जरिए अवचेतन माइंड का विकास किया जा सकता है। यहां एक कोर्स के जरिए आप आंखें बंद कर पढ़ने और देखने का हुनर भी हासिल कर सकते हैं।
उनका कहना है कि आज के समय में हम जितनी भी मेहनत करते हैं वो सिर्फ हमारे मस्तिष्क के 3 प्रतिशत हिस्से की ही क्षमता होती है। कल्पना कीजिए बाकी के 97 प्रतिशत हिस्से को एक्टिव करने पर हमारी क्षमताएं कितनी अधिक होंगी। इन्हीं क्षमताओं को विकसित करने का अचूक तरीका है 'मिड ब्रेन एक्टिवेशन'। इससे हमारी क्षमताओं में असाधारण विकास होता है।
सम्मान समारोह में पूर्व वित्तमंत्री अनिल लालबहादुर शास्त्री, वरिष्ठ राजनीतिज्ञ अमर सिंह, सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार सहित राज्य और केंद्र सरकार के कई पदाधिकारी मौजूद थे।