इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र में शनिवार रात एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत गिरने के कारण 10 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में इंदौर नगर निगम (आईएमसी) पर भी सवाल उठ रहे हैं कि उसने होटल की जर्जर इमारत को खतरनाक घोषित करते हुए इसे खाली कराने और ढहाने का कदम समय रहते क्यों नहीं उठाया?
इस बारे में पूछे जाने पर आईएमसी के आयुक्त मनीष सिंह ने जवाब दिया कि होटल की इमारत बरसों पुरानी थी। इसकी निर्माण शैली भी पुरानी थी लेकिन इसके मालिक ने बाहरी रंग-रोगन कर इसका हुलिया चमका रखा था।
उन्होंने कहा कि यह बात सामने आई है कि इमारत में पिछले कुछ दिनों से सुधार कार्य चल रहा था। यह भी मालूम पड़ा है कि भयावह हादसे से ऐन पहले इमारत की एक दीवार गिरी। इसके कुछ देर बाद पूरी इमारत ढह गई। सिंह ने बताया कि आईएमसी इस बात की भी जांच कर रहा है कि हादसे की शिकार होटल के मालिक ने इस भवन में कितना अवैध निर्माण कर रखा था?
चश्मदीदों का दावा है कि शनिवार रात एक कार के होटल के पिलर से टकराने के बाद इसकी इमारत जोरदार आवाज के साथ देखते ही देखते गिर गई और इसमें मौजूद लोग मलबे में दब गए। आईएमसी आयुक्त ने कहा कि हादसे के कारण के तौर पर कार की टक्कर वाले पहलू को फिलहाल खारिज नहीं किया जा सकता। इस सिलसिले में विस्तृत जांच की जा रही है। (भाषा)