मध्यप्रदेश में EVM में कैद सरकार की किस्मत,कई विधानसभा सीटों पर बंपर वोटिंग
कोरोनकाल में भी मध्यप्रदेश उपचुनाव में अच्छा मतदान
मध्यप्रदेश में सरकार का भविष्य तय करने वाले 28 सीटों पर मतदान खत्म हो गया है। 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में आज बंपर वोटिंग हुई है। अगर पूरे प्रदेश की बात की जाए तो शाम छह बजे तक मतदान का आंकड़ा 70 फीसदी के पार पहुंचता दिख रहा है। देर रात तक कुल मतदान के आखिरी आंकड़ें सामने आने की उम्मीद है। सुबह 7 बजे से शुरु हुई वोटिंग में कई विधानसभा सीटों पर वोटरों ने बंपर वोटिंग की है। आगर, ब्यावरा, सुवासरा, बमोरी और सुमावली विधानसभा सीटों पर वोटिंग का आंकड़ा 80 फीसदी के उपर पहुंच सकता है।
प्रदेश में सरकार का भविष्य तय करने वाले उपचुनाव का पूरा दिन काफी गहमागहमी भरा रहा। मतदान वाले जिलों के साथ भोपाल में सियासी पारा चढ़ा हुआ दिखाई दिया। सत्ता और विपक्ष दोनों के ही बड़े नेता पार्टी दफ्तर में बेहद सक्रिय दिखाई दिए। वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा पार्टी मुख्यालय में डटे रहे वहीं दूसरी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वॉर रूम में बैठकर वोटिंग की मॉनिटिरिंग करते हुए दिखाई दिए।
ग्वालियर-चंबल में छिटपुट हिंसा- उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल में 16 सीटों पर हुई वोटिंग के दौरान कई स्थानों पर हिंसा की वारदात भी हुई। मुरैना के सुमावली में वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर हुई फायरिंग से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है, वहीं जौरा में भी वोटिंग के दौरान आगजनी की घटना भी हुई।
वहीं भिंड जिले के मेहंगाव विधानसभा में पोलिंग बूथ पर फायरिंग की घटना भी हुई। कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मतदान के आखिरी घंटे में कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ने भाजपा उम्मीदवार ओपीएस भदौरिया और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। हेमंत कटारे ने कहा कि पुलिस के संरक्षण में भाजपा प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने बूथ कैप्चर कर फर्जी वोटिंग की।
गोहद और ग्वालियर में प्रत्याशी रहे नजरबंद- भिंड जिले के गोहद विधानसभा में प्रशासन ने शांतिपूर्वक मतदान कराने के लिए भाजपा,कांग्रेस और बसपा उम्मीदवार को वोटिंग के दौरान नजरबंद कर लिया। वहीं ग्वालियर पूर्व में मतदान के अंतिम घंटे में प्रशासन ने ग्वालियर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल और कांग्रेस प्रत्याशी सतीश सिकरवार को भी नजरबंद कर लिया।
भाजपा वॉर रूम में डटे रहे सीएम शिवराज- सरकार के भविष्य को तय करने वाले उपचुनाव में वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पूरे समय भाजपा मुख्यालय में वॉर रूम में डटे रहे। इस दौरान दोनों नेताओ ने विक्टरी का निशान दिखाते हुए भाजपा की बड़ी जीत का दावा किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा की जीत का दावा करते हुए कांग्रेस हार को देखते हुए अब ईवीएम का बहाना बना रही है। उन्होंने ईवीएम पर सवाल उठाने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा।
कांग्रेस ने जताई गड़बड़ी की आंशका - उपचुनाव की वोटिंग के दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेता भी पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दिए। कांग्रेस मुख्यालय में पू्र्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पूरी तरह सक्रिय दिखाई दिए। वहीं शाम होते होते कांग्रेस ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप भी लगा दिया। दिग्विजय सिं ने सुमावली में वोटरों को रोकने का आरोप लगाते हुए पुर्नमतदान करने की मांग की तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने जानबूझकर मतदान का प्रतिशत नहीं बताए जाने के आऱोप लगाए।