मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में चल रहे मादक पदार्थों के अवैध गोरख धंधे, अवैध शराब की बिक्री, नाइट्रावेट से लेकर अफ़ीम, गांजा, चरस सहित अन्य नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार को रोकने के लिए प्रदेशभर में तत्काल मुहिम शुरू करें।
सीएम ने निर्देश दिए हैं कि जिन क्षेत्रों में इनकी अवैध बिक्री होती पाई जाए, वहां के पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई हो। कमलनाथ ने कहा कि मादक पदार्थों के गोरख धंधे व इसकी बिक्री से कई घर तबाह हो चुके हैं। कई नौजवान इसकी चपेट में आकर तबाह होते जा रहे हैं। दुष्कर्म से लेकर तमाम अपराधों के पीछे कारण भी इनकी अवैध बिक्री व इनका सेवन है।
स्कूल-कॉलेज के आसपास भी इनकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है। जिससे युवा शिक्षित होने की बजाय इसकी लत का शिकार होकर भटक रहे हैं। नशे की लत में वे अपराध से जुड़ने लग गए हैं। शिक्षा के मंदिर भी इस गोरख धंधे की चपेट में आते जा रहे हैं।
कई जघन्य अपराध व मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं के पीछे भी इन्हीं मादक पदार्थों का सेवन सामने आता रहा है। मेरी सरकार में इसके कारोबार से जुड़े, इसकी बिक्री करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।
इसके कारोबार से जुड़े लोगों पर ऐसी कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो कि वे वर्षों तक याद रखें। ऐसे लोग ये जान लें कि, अब मेरी सरकार बनने के बाद प्रदेश में उनकी कोई जगह नहीं है। ऐसे लोगों का संरक्षण करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई हो। इन लोगों ने समाज में ज़हर फैलाने का कार्य किया है। मासूमों के चेहरे से खुशियां छीनने के ये दोषी हैं। बढ़ते अपराध के पीछे भी यही लोग हैं।
इनके साथ ही जुए-सट्टों के अवैध अड्डों व उससे जुड़े लोगों एवं गुंडे- बदमाशों के ख़िलाफ़ भी मुहिम चलाकर कड़ी कार्रवाई हो। अवैध वसूली से लेकर मकान- दुकान ख़ाली कराने का धंधा करने वालों को भी क़तई बख़्शा नहीं जाये। इनके अवैध कारोबार को नेस्तनाबूद कर दें।
हम प्रदेश को दोबारा शांति का टापू बनाना चाहते हैं। प्रदेश पर लगे अपराधों में शीर्ष प्रदेश के दाग़ को मिटाना चाहते हैं। इसके लिये इस गोरखधंधे पर लगाम कसना बेहद जरूरी है। इस गोरख धंधे के अवैध साम्राज्य व अड्डों को पूरे प्रदेश में ध्वस्त किया जाए। मुझे इनके अवैध कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं, कितना भी बड़ा शख़्स इस कारोबार से जुड़ा हो, उसे बख़्शा नहीं जाए।