इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवायएच में हुई एक बड़ी गलती से एक मासूम की जान चली गई और एक अन्य मासूम जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। ऑक्सीजन में नाइट्रस ऑक्साइड मिलने से यह जानलेवा हादसा हुआ है।
खंडवा निवासी गोपाल के पांच वर्षीय बेटे आयुष की शुक्रवार को बच्चों के ऑपरेशन थिएटर में हर्निया की सर्जरी की जानी थी। बच्चे को एनिस्थीसिया देकर ऑपरेशन थिएटर में ले गए। वहां बच्चो को ऑक्सीजन की जगह उसे बेहोश करने की दवा दे दी गई। उसकी तबीयत बिगडऩे लगी और सर्जरी से पहले ही दम तोड़ दिया।
इसके बाद शनिवार सुबह नागदा निवासी डेढ़ साल के राजवीर की भी इसी परिस्थिति में तबीयत बिगड़ गई। हालांकि डॉक्टरों ने उसे बचा लिया।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. एमके राठौर ने कहा कि ये लापरवाही तकनीकी चूक से हुई है। निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों पर उचित कार्रवाई कराएंगे।