भोपाल। कोरोनाकाल में मध्यप्रदेश में वर्चुअल तरीके से चल रहे कॉलेज में क्लास अब 20 जनवरी से रेगुलर रूप से लगेगी। 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कॉलेज की कक्षाएं चक्रानुक्रम के अनुसार संचालित होगी। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक प्रदेश के महाविद्यालयों में जो कक्षाएं अब तक वर्चुअल तरीके से चल रही थी वह अब 20 जनवरी से रेगुलर रूप से लगेगी। कॉलेज में क्लास की कुल संख्या के स्टूडेंट को एक दिन पचास फीसदी और दूसरे दिन पचास फीसदी बुलाया जाएगा। ऐसे में हफ्ते में तीन-तीन दिन के अनुसार क्लास चलेगी।
वर्तमान में प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक कॉलेज में सिर्फ पीजी के अंतिम साल के स्टूडेंट्स की प्रैक्टिकल क्लास चल रही है। वहीं 10 जनवरी से यूजी अंतिम साल और पीजी के थर्ड सेमेस्टर के छात्रों को प्रदेश के कॉलेज में ट्रायल के तौर पर बुलाने की गाइडलाइन जारी की गई थी।
कोरोनाकाल में फिर से पूरी तरह खुल रहे कॉलेज की कक्षा में स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था इस प्रकार रहेगी कि दो व्यक्तियों के बीच में कम से कम 6 फीट की दूरी रहे। इसलिए स्टूडेंट को एक कुर्सी छोड़कर बिठाने और यदि बेंच व्यवस्था हो तो एक बेंच पर एक ही छात्र बैठे । कॉलेज में एक दिन में किसी भी स्थिति में बैठक क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक छात्र उपस्थित नहीं हों।
कोचिंग संस्था फिर फिर से खुले- वहीं मध्यप्रदेश में एक जनवरी से शर्तों के साथ कोचिंग संस्थान भी खुल गए है। कोचिंग में भी पचास फीसदी छात्रों की उपस्थिति की अनुमति दी गई है। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक संस्थान में यदि किसी छात्र या स्टाफ सदस्य की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो पॉजिटिव आए व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही निर्धारित 7 दिन के क्वॉरेंटाइन अवधि के बाद ही उसे प्रवेश दिया जाएगा। संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाकर अनिवार्य रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी ताकि रिकॉर्डिंग मांगने पर उपलब्ध कराई जा सके।कोचिंग संस्थानों के छात्रावास पूर्णत: बंद रहेंगे।