भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण की काउंटिग रविवार को होने जा रही है। प्रदेश के 4 प्रमुख महानगरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित 11 नगर निगमों के परिणामों पर सबकी नजर लगी है। 11 महापौर के परिणमा को लेकर कांग्रेस को काफी आशा लगी है। कांग्रेस ने प्रदेश के 11 नगर निगमों में होने वाली मतगणना के लिए विशेष व्यवस्था की है। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। मतगणना के दिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भोपाल में बनाए गए विशेष चुनाव कंट्रोल रूम में बैठकर पूरे प्रदेश की मतगणना पर नजर रखेंगे। इसके साथ ही कमलनाथ प्रदेश के प्रमुख नेताओं के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सेल के इंचार्ज केके मिश्रा के मुताबिक मतगणना के दौरान किसी भी शहर में किसी तरह की गड़बड़ी होने की सूचना मिलने पर कमलनाथ अपनी वरिष्ठ अधिवक्ताओं की लीगल टीम के साथ विशेष हेलीकॉप्टर से तत्काल उस शहर में पहुंच जाएंगे। इसके लिए हेलीकॉप्टर भी विशेष रूप से तैयार रहेगा और पूरी लीगल टीम भी नियम कानून कायदे के दस्तावेजों के साथ तैयार रहेगी।
काउंटिंग को लेकर कांग्रेस ने सभी नगर निगमों के महापौर प्रत्याशी तथा संबंधित शहर के शहर कांग्रेस अध्यक्ष को विशेष रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है। इसके साथ पार्टी ने मतगणना के लिए हर नगर निगम के लिए पार्टी के एक सीनियर नेता को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया है।
केके मिश्रा ने दावा किया कि विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि मतगणना के समय सत्ताधारी पार्टी प्रशासन के दुरुपयोग की कोशिश कर सकती है। इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि मतदान के दौरान भाजपा के नेताओं ने बूथ कैपचरिंग के प्रयास किए और जब कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इसकी शिकायत की तो उल्टे कांग्रेस के नेताओं पर ही मुकदमा दर्ज कर दिए गए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ आरोप लगा चुके है कि भाजपा इस चुनाव में पुलिस पैसा और प्रशासन का इस्तेमाल कर रही है। यह चुनाव सत्य और झूठ के बीच चुनाव है। जनता ने बड़े पैमाने पर कांग्रेस पार्टी को वोट दिया है और वह वह ईमानदारी से गिने जा सकें, इसके लिए कमलनाथ स्वयं पूरे मामले की निगरानी कर रहे।