ग्वालियर। एक संविदा शिक्षक जिसका वेतन मात्र 3500 रुपए... लेकिन, 15 साल में पता नहीं क्या 'चमत्कार' हुआ कि इस शिक्षक की संपत्ति करोड़ों रुपए की हो गई। यह सनसनीखेज खुलासा आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो (EOW) के छापे के बाद हुआ है। हालांकि जिस किसी ने भी इस खबर को सुना वह हैरान रह गया।
दरअसल, ग्वालियर में ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रशांत सिंह परमार नामक व्यक्ति के यहां छापा डाला। छापे के दौरान जब इस व्यक्ति के बारे में जानकारी सामने आई तो सब चौंक गए। प्रशांत ने साल 2006 में संविदा शिक्षक के रूप में नौकरी की शुरुआत की थी। उस समय इसका वेतन 3500 रुपए प्रतिमाह था। 2022 आते-आते यानी 15 साल की अवधि में यह संविदा शिक्षक 27 कॉलेजों का मालिक बन गया। इसकी संपत्ति करोड़ों रुपए में आंकी गई है।
ईओडब्ल्यू ने शनिवार को प्रशांत के एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। EOW ने जांच में खुलासा हुआ कि प्रशांत 27 कॉलेज, 4 दफ्तर, 2 मकान, जमीन, बैंक एकाउंट और लॉकर्स का मालिक है।
जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू की टीम को प्रशांत की आय से अधिक संपत्ति के बारे में जानकारी मिली थी। इसी जानकारी के आधार पर टीम ने प्रशांत के सत्यम टॉवर स्थित घर के साथ ही कई अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की। छापे की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशांत मूलत: राजस्थान के बाड़ी का रहने वाला है। इसका नेटवर्क झारखंड तक फैला हुआ है। छापेमारी प्रशांत के ठिकानों से सरकारी दफ्तरों और अधिकारियों की सील भी मिली हैं। इस फर्जीवाड़े का शक भी जताया जा रहा है। जांच के दौरान प्रशांत की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है। फिलहाल जांच जारी है। अभी और भी खुलास हो सकते हैं।