बागली नगर में जनता कर्फ्यू लगने के 174वें दिन बाद शुक्रवार को कोरोना ने दस्तक दे ही दी। अपने एक रिश्तेदार की गमी में शामिल होने गए मुख्य बाजार निवासी एक बुजुर्ग और उनके दो पुत्र कोरोना की जद में आ गए। तबीयत खराब होने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दिए गए नमूने की जब रिपोर्ट नहीं आई तो इस परिवार के 4 सदस्यों ने इंदौर में नमूना दिया।
जांच में परिवार के तीन सदस्य पॉजिटिव पाए गए और इंदौर के निजी चिकित्सालय में भर्ती हो गए। हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन में अभी तक भी इनकी जांच का उल्लेख नहीं है।
बहरहाल प्रशासन ने मरीजों के घर सील करके कंटेनमेंट जोन बना दिया। हालांकि कोरोना संक्रमित होने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होते ही नगरवासी सकते में आ गए। जानकारी के अनुसार मुख्य बाजार निवासी इस परिवार के एक बुजुर्ग सदस्य की भोपाल में बीमारी के बाद मौत हो गई थी। जिनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद बागली से परिजन भोपाल गए थे। जिसमें दो बुजुर्ग सदस्य दशाकर्म तक के लिए भोपाल में ही रुक गए, जबकि शेष परिजन लौट आए। पिछले दिनों परिवार के दो युवा सदस्य दशाकर्म के लिए उज्जैन गए और वहां से भोपाल चले गए, जहां पर दोनों बुजुर्ग सदस्यों की तबीयत खराब हो गई थी। इसलिए वे उन्हें लेकर लौट आए।
बागली में इन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच के लिए नमूने दिए, लेकिन रिपोर्ट आने में देरी हुई जिसके चलते सभी मरीज शुक्रवार को इंदौर गए। जहां पर जांच में एक बुजुर्ग और उनके दो पुत्रों की जांच पॉजिटिव निकली जबकि एक अन्य बुजुर्ग की जांच नेगेटिव आई।
रिपोर्ट आने के बाद कोरोना संक्रमित मरीज इंदौर के निजी चिकित्सालय में भर्ती हो गए। सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार प्रतिभा भामर और हल्का पटवारी दिनेश चौहान मौके पर पहुंचे। नगर परिषद के दल को बुलाया गया। जिसमें राजस्व निरीक्षक मुरली राठौर, दारोगा प्रमोद शर्मा, वीरेन्द्र गुर्जर, लायक अली और मेडिकल टीम पहुंची।
मरीजों के परिवार के दोनों घरों को सेनिटाइज किया गया। साथ ही कांटेक्ट हिस्ट्री निकालने का प्रयास हुआ। घरों को सील करके कंटेनमेंट जोन बनाया गया।
20 लोगों के नमूने लिए : शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दल मरीजों के घर पहुंचा, जिसमें डॉ. मनोज वर्मा, लैब असिसटेंट पुष्पेन्द्र पटेल, नंदकिशोर मोहवाल, बलराम चैधरी, राजेश गुर्जर व एएनएम प्रेम वास्केल पहुंचे। जिसमें परिवार व पड़ोसियों के 19 व एक अन्य का नमूना जांच के लिए गया। उधर सीबीएमओ डॉ. विष्णुलता उईके ने बताया कि अभी तक सरकारी लैब से मरीजों की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जैसे ही परिवार के संक्रमित होने की सूचना नगर में पहुंची। शनिवार को मुख्य बाजार सुनसान ही रहा।
बागली उपजेल से 2 कैदी फरार : दूसरी ओर, शनिवार को बागली उपजेल से दो कैदी भाग गए। घटना शाम लगभग 5:45 बजे की है जबकि बंदियों को भोजन वितरण का समय था। दोनों ही आरोपी पुलिस अनुविभाग के उदयनगर थाने के निवासी थे और दुष्कर्म और आबकारी एक्ट के अलग अलग मामलों में उपजेल में निरुद्ध थे।
पुलिस की टीमें बंदियों को फिर से गिरफ़्तार करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर रवाना हो गई। जानकारी के अनुसार आरोपी मुकेश पिता लोबरिया भीलाला (32 वर्ष) निवासी पुतलीपुरा आबकारी एक्ट की धारा 34-ख के तहत विगत 31 अगस्त से जेल में बंद था, जबकि दूसरा बंदी छोटिया उर्फ डोरिया पिता कैलाश भीलाला (27 वर्ष) निवासी कवटियापानी दुष्कर्म के मामले में 26 अगस्त को जेल गया था। दोनों ही आरोपी उदयनगर थाना क्षेत्र के ग्रामों के निवासी थे।