- पांच दिनों से लगा रहा सरकारी दफ्तरों के चक्कर, गाय नहीं मिली तो कैसे होगा गुजारा
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गाय से ही चलती है परिवार की रोजी-रोटी, पिता-पुत्र ने निगम आयुक्त से लगाई गाय छोड़ने की गुहार
डिजिटल जमाने में जहां आपकी और हमारी सारी शिकायतें एक क्लिक पर दर्ज हो जाती हैं, ठीक उसी दौर में एक असहाय बेटा अपने लाचार पिता को पीठ पर लादकर कई दिनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है।
अपने पिता को श्रवण कुमार की तरह पीठ पर लादे इस बेटे का यह दृश्य देखकर हर किसी की आंखे नम हो रही हैं। दुखद पहलू यह है कि इंदौर जैसे शहर में सरकारी मदद के लिए ऐसे दृश्य नजर आ रहे हैं।
दरअसल, बाणगंगा क्षेत्र का बताया जा रहा यह गरीब अपनी गाय को नगर-निगम इंदौर से छुड़ाने के लिए पिछले करीब 5 से 6 दिनों से इसी तरह भटक रहा है। कहा जा रहा है कि निगम प्रशासन के कर्मचारियों ने उसकी गाय बंधक बना ली है। ऐसे में बेटे और पिता के पेट भरने पर सवाल खड़ा हो गया है।
जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें बेटा कह रहा है कि उसकी गाय निगम वालों ने पकड़ ली है। उसी का दूध बेचकर दोनों बाप-बेटे अपना पेट भरते और जिंदा रहते हैं। उन्होंने बताया कि गाय ही उनके जिंदा रहने का एकमात्र सहारा है।
उसने बताया कि पिता भी लकवाग्रस्त हैं और चल फिर नहीं सकते। जब से गाय गई है तब से जीवन मुश्किल हो गया है। उसने बताया कि वो महापौर के पास भी गया और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के पास भी अपनी फरियाद लेकर पहुंचा, लेकिन कुछ नहीं हो सका।
दरअसल इंदौर शहर में पशु पालन प्रतिबंधित है, कहा जा रहा है कि उनकी गाय निगम प्रशासन के कर्मचारी ले गए हैं, ऐसे में लकवाग्रस्त पिता को पीठ पर उठाकर ये बेटा अपनी गाय खोज रहा है।