भोपाल। प्रयागराज महाकुंभ इस बार साधु-संतों के कारण नहीं ब्लकि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले चेहरों के कारण अधिक सुर्खियों में है। पहले मॉडल हर्षा रिछारिया, फिर इंदौर की माला बेचने वाली मोनालिसा और आईआटी बाबा अभय सिंह ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी। महाकुंभ के वायरल चेहरों को लेकर अब विवाद बढ़ने लगा है।
इस बीच बागेश्वर धाम की पीठाध्शेवर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सोशल मीडिया पर वायरल चेहरों को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में रील नहीं रियल होना चाहिए. इस बात पर बहस होना चाहिए कि देश कैसे हिंदू राष्ट्र बनेगा? महाकुंभ संस्कृति का कुंभ है, किसी चीज के वायरल का कुंभ नहीं है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ अपने मकसद से भटक गया है. महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र कैसे बने, इस पर विमर्श होना चाहिए।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि किसी का महिमा मंडल एक दो दिन हो गया बहुत है. अब इस पर विचार करने की जरूरत है कि सनातन कैसे बचेगा? हिंदुत्व कैसे आगे बढ़ेगा? विचार इस पर भी होना चाहिए कि जो हिंदू थे और अब हिंदू नहीं हैं, उनकी घर वापसी कैसे हो।
महाकुंभ के सोशल मीडिया पर वायरल चेहरे- महाकुंभ में इंदौर से आई माला बेचने वाली मोनालिसा अपनी नीली आंखों और सादगी के कारण सोशल मीडिया पर वायरल है, सोशल मीडिया पर लोग उसे 'मोनालिसा' कह रहे है, वहीं सोशल मीडिया पर मोनालिसा के कई वीडियो भी वायरल है। वहीं महाकुंभ पहुंचे आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल है। पीएम मोदी की तारीफ करने वाले आईआईटी बाबा अभय सिंह पीएम मोदी को कर्मयोगी बताते हुए कहते हैं कि उनकी जिंदगी तपस्या है. ऐसा इसलिए कि बिना फल की इच्छा करे, किसी दूसरे के लिए खुद की जिंदगी को न्योछावर कर देना, बड़ा कठिन काम होता है।
वहीं महाकुंभ में अपने ग्लैमरस छवि के कारण खूब सुर्खिया बटोह रही है मॉडल हर्षा रिछारिया ने अब महाकुंभ नहीं छोडने की बात कही है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी से चर्चा के बाद हर्षा रिछारिया ने कहा कि वह पूरे 45 दिन महाकुंभ में रहेगी। वहीं रविंद्र पुर ने ऐलान कर दिया है कि वह 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ के सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व पर वह स्वयं मॉडल हर्षा को निरंजनी अखाड़े के शाही रथ पर सवार कर संगम तक ले जाएंगे,ताकि वो संतों के साथ भगवा वेश में त्रिवेणी की पावन धारा में पुण्य की डुबकी लगा सकें।