- कीर्ति राजेश चौरसिया
छतरपुर। एक ओर शासन गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रहा है, तो दूसरी ओर मध्यप्रदेश विद्युत मंडल गरीबों और दिव्यांगों को भी 'करंट' मार रहा है। दरअसल, बिजली विभाग की मनमानी का शिकार हुआ है एक दिव्यांग, जिसके दोनों हाथ नहीं हैं।
छतरपुर जिले का लल्ली कुशवाहा दिव्यांग होने के बावजूद किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा है, लेकिन लल्ली को बिजली विभाग ने लगभग 75 हजार रुपए का बिल थमा दिया है।
वहीं दिव्यांग का कहना है कि उसके घर में सिर्फ एक बल्ब है। घर में पंखा तक नहीं है कि वह इस भीषण गर्मी में भी हवा ले सके, ऊपर से इस बिल ने उसे पसीना-पसीना कर दिया है। दिव्यांग बिल लेकर बिजली विभाग के दफ्तरों में भटक रहा है। कोई इसकी सुनने वाला नहीं है।
बिल देखकर लल्ली और उसके पूरे परिवार के होश उड़ गए हैं। पीड़ित जब बिजली विभाग पहुंचा तो वहां उसके बिल में से मात्र दो हजार रुपए कम कर देने की बात कही गई। कई दिनों से विभाग के चक्कर लगा-लगाकर परेशान लल्ली कुशवाहा मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर के सामने पहुंच गया और अपनी फरियाद सुनाई।
हालांकि कलेक्टर ने उसका आवेदन रख लिया है। मगर अब देखना यह होगा कि क्या लल्ली कुशवाह की समस्या का समाधान निकलता है या नहीं। फिलहाल दिव्यांग लल्ली कुशवाह के लिए यह मुसीबत किसी पहाड़ से कम नहीं है।