मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ के चलते हालात अब विकट हो गए है। प्रदेश के शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले के 1225 गांव बाढ़ के पानी से घिरे है वहीं अब तक 5950 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दतिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। अब तक जिले में 1100 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
दतिया में बाढ़ के हालातों का जायजा लेने के लिए प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा ले रहे है। गृहमंत्री ने आज सुबह दतिया जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों में बोट से पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। इसके साथ गृहमंत्री ग्राम कोटरा के सामुदायिक केंद्र में शिफ्ट किए गए बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
प्रदेश में बाढ़ से बिगड़े हालात के देखते हुए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना के चार कॉलम दतिया, शिवपुरी, ग्वालियर और श्योपुर में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वहीं एनडीआरएफ की 3 टीमें ग्वालियर और दो टीम शिवपुरी में बचाव कार्य में जुटी हुई है। सात जिलों में एसडीआरएफ की 29 टीमें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हुई है।
वहीं 1950 लोग अब भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। खराब मौसम के चलते वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रैक पर पानी आने के चलते ग्वालियर-गुना रेलवे ट्रैक बंद है। उधर कोटा बैराज से पानी छोड़ने के कारण चंबल नदी का जलस्तर बढ़ा है जिससे चंबल संभाग के मुरैना, भिंड के कुछ गांव में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।