गणेश चतुर्थी पर लोगों को गौ एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए उज्जैन में एक अनोखी पहल की गई है। मक्सी रोड़ पर स्थित अवधेशधाम परमहंस डॉ. अवधेशपुरी महाराज की सद्प्रेरणा से गौ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए देशी गाय के गोबर से गणेशजी की 500 प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है।
गोबर से गणेश प्रतिमा बनाने पर डॉ. अवधेशपुरी महाराज कहते हैं कि पौराणिक मान्यता अनुसार गोबर गणेश की प्रतिमा साधक को मन चाहा फल प्रदान करती है। नारद पुराण के अनुसार गोबर में लक्ष्मी तथा गौमूत्र में गंगा का निवास होने से गोबर गणेश की प्रतिमा अनंत फलदायी होती है।
भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं तथा समस्त सुखों को प्रदान करने वाले हैं यही कारण है कि उनकी आराधना साधकों की हर मनोकामना की पूर्ति करती है।भगवान शिव ने गणेशजी को विघ्न विनाशक एवं तीनों लोको में पूजनीय होने का आशीर्वाद प्रदान किया है।
अवधेशपुरी महाराज कहते हैं कि आज पीओपी की प्रतिमाओं का चलन बढ़ता जा रहा है जो कि प्रकृति के लिए अत्यंत घातक है इसके कुप्रभाव से प्रकृति की रक्षा करने के लिए हमें अपने पूर्वजों की तरह पुनः गोबर गणेश की प्रतिमाओं को चलन में लाना होगा। गोबर गणेश का पूजन हमारे घर के समस्त प्रकार के दोषों को समाप्त कर घर में सुख समृध्दि एवं शांति की स्थापना करते हैं। गोबर के इन गणेश जी की प्रतिमाओं का आज गणेश चतुर्थी पर निःशुल्क वितरण भी अवेधाधाम में किया जाएगा।