भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार मिलावट से मुक्ति का अभियान चला रही है। जिसके तहत खाद्य सामग्री में मिलावट कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई जारी है। मिलावट से मुक्ति अभियान को और ज्यादा सफल बनाने के लिए प्रदेश में चलित प्रयोगशालाएं शुरु की गई हैं जिनमें आसानी से कोई भी आम नागरिक खाद्य सामग्रियों की जांच करा सकता है। इसी के तहत अब भिंड, छिंदवाड़ा और नीमच जिले को भी नवीन चलिए प्रयोगशालाओं की सौगात मिली है।
मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज भोपाल में 3 नवीन चलित प्रयोगशालाओं का शुभारंभ किया और तीनों चलित प्रयोगशालाओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये तीनों चलित प्रयोगशालाएं नीमच, छिंदवाड़ा और भिंड के लिए हैं जहां अब आसानी से आम नागरिक भी खाद्य सामग्रियों की जांच करा सकेंगे।
इसके साथ नमूनों की जांच क्षमता बढ़ाने के लिये इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में 3 आधुनिक प्रयोगशालाएं तैयार कराई जा रही है। प्रयोगशालाओं के निर्माण का 85 प्रतिशत सिविल कार्य पूर्ण हो चुका है और उपकरण एवं कर्मचारियों और अधिकारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा चुका है।
मिलावट से मुक्ति अभियान में इस साल अब तक कुल 22 हजार से अधिक लीगल नमूनें लिये गए है। जिसमें अब तक लगभग 5 हजार नमूनें फेल हुए है। मिलावट से मुक्ति अभियान में अब तक 19 करोड़ से अधिक की सामग्री जप्त की गई है।
प्रदेश में चल रहे मिलावट से मुक्ति अभियान में अब तक 41 लोगों पर एनएसए की कार्यवाही की गयी है वहीं 438 एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। इसके साथ मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वाली 182 प्रतिष्ठान सील किये गये है।