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गौतमपुरा में हुआ हिंगोट युद्ध, 15 योद्धा घायल

गौतमपुरा और रुणजी के तुर्रा व कलंगी दल के बीच हुआ पारंपरिक युद्ध

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 2 नवंबर 2024 (10:55 IST)
Hingot war Gautampura: इंदौर के पास गौतमपुरा में बीती शुक्रवार को बरसों पुरानी परंपरा निभाते हुए को हिंगोट युद्ध (Hingot war) हुआ। यहां पर भगवान देवनारायण की पूजा-अर्चना के बाद रलायता मार्ग स्थित खारचा क्षेत्र में एक ओर तुर्रा (Turra) और दूसरी ओर कलंगी (Kalangi) दल के योद्धा खड़े हुए। इन योद्धाओं के कंधे पर एक झोला टंगा हुआ था जिसमें ढेर सारे हिंगोट थे।ALSO READ: Chardham Yatra 2024: 6 माह बाद खुलेंगे गंगोत्री के कपाट, कब कहां बंद होंगे पट?
 
जैसे ही दोनों दलों के प्रमुखों की ओर से युद्ध का आगाज किया गया, दोनों ओर से अग्निबाणों की तरह हिंगोट फेंकना शुरू हुए। यह युद्ध करीब 1 घंटे तक चला। इस युद्ध के अंत तक दोनों दलों के 15 योद्धा घायल हुए। इसमें कोई भी गंभीर घायल नहीं हुआ। इन्हें प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया।ALSO READ: दिल्ली में त्योहारी सीजन में आई बहार, दिवाली पर वाहनों की बिक्री ने बनाया नया रिकॉर्ड
 
पूरे मैदान में फैल गया था धुआं : नियमानुसार युद्ध 5 बजे शुरू होना था, परंतु तैयारी में देरी होने से युद्ध करीब 5.30 बजे शुरू हुआ। करीब 1 घंटे तक चले युद्ध में दोनों ओर से सैकड़ों हिंगोट छोड़े गए। ये हिंगोट भी योद्धा द्वारा तैयार किए गए थे। हिंगोट से पूरा मैदान धुआं-धुआं हो गया।
 
युद्ध देखने के लिए बड़ी संख्या में नगरवासी व आसपास के गांव, तहसील व जिलों के लोग भी गौतमपुरा पहुंचे। व्यवस्था संभालने के लिए और सुरक्षा के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मियों का बल तैनात रहा।
 
नगर परिषद द्वारा मंच लगाया गया, जहां पर अतिथि व गणमान्य नागरिक विराजित हुए। साथ ही प्रदर्शकों की सुरक्षा के लिए लोहे की जालियां लगाई गई थीं। इस दौरान पुलिस, प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, एम्बुलेंस, चिकित्सकों की टीम और फायर ब्रिगेड भी मौजूद थी। देपालपुर बीएमओ अभिलाष धाकड़ ने बताया कि घायलों के उपचार के लिए चिकित्सकों की टीम मौजूद थी। युद्ध में 15 लोग घायल हुए। सभी सामान्य घायल थे। सभी का इलाज कर घर भेज दिया गया।(फ़ाइल चित्र)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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