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इंदौर में भी ड्राइवर हड़ताल का असर, पेट्रोल पंपों पर भीड़, कुछ रूटों पर ही चलीं सिटी बसें

हमें फॉलो करें इंदौर में भी ड्राइवर हड़ताल का असर, पेट्रोल पंपों पर भीड़, कुछ रूटों पर ही चलीं सिटी बसें

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 2 जनवरी 2024 (13:10 IST)
Protest against hit and run law: केन्द्र सरकार के हिट एंड रन कानून (hit and run law) के विरोध में ट्रक ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल का दूसरे दिन मंगलवार को भी इंदौर शहर में व्यापक असर दिखाई दिया। पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें देखी गईं, जबकि एआईसीटीएसएल की लंबी दूरी की बसें बंद रहीं। सिटी बसों का संचालन भी पूरी तरह नहीं हो पाया। दुपहिया वाहन तुलनात्मक रूप से सड़कों पर ज्यादा दिखाई दिए। 
 
शहर के विजयनगर क्षेत्र, परदेशीपुरा, जेलरोड आदि इलाकों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखी गईं। लोगों को पेट्रोल भराने में कम से कम आधा घंटे का समय लग रहा था। यह भी कहा जा रहा है कि पंपों पर पेट्रोल की कमी नहीं है, लेकिन लोगों डर की वजह से जरूरत से ज्यादा पेट्रोल भरवा रहे हैं। इसलिए कतारें लंबी हो रही हैं।
 
कलेक्टर ने ड्राइवरों से चर्चा की : कुछ लोग पेट्रोल भराने के लिए पंप तक तो पहुंचे, लेकिन कतारें देखकर वापस लौट गए। ड्राइवरों से कलेक्टर ने सुबह मांगलिया डिपो पर जाकर चर्चा की और उन्हें समझाया। वह भी सुरक्षा के साथ टैंकरों को लगातार संचालित करने पर सहमत हुए हैं। 
 
दूसरी ओर, हड़ताल का एआईसीटीएसएल की बसों पर असर पड़ा है। पीआरओ माला सिंह ठाकुर ने वेबदुनिया से बातचीत में बताया कि निश्चित ही बस के संचालन पर असर पड़ा है। लंबी दूरी की बसें बंद हैं, जबकि बीआरटीएस पर चलने वाली आई-बसें नियमित तौर पर संचालित हो रही हैं। 
 
फिर से बसें शुरू करने की तैयारी : हालांकि एआईसीटीएसएल भी भोपाल सहित 24 शहरों के लिए फिर से बस संचालन की तैयारी कर रहा है, इसके लिए सभी ट्रैफिक रूट को क्रास चेक कराया जा रहा है। 
 
कुछ रूटों पर सिटी बसें भी संचालित हो रही हैं, लेकिन सभी रूटों पर बसें नहीं चल रहीं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारे ड्रायवर और कंडक्टर ड्‍यूटी पर आ रहे हैं।
 
दोपहिया वाहन सड़कों पर ज्यादा : हालांकि ड्राइवर हड़ताल के कारण शहर में दोपहिया वाहन तुलनात्मक रूप से ज्यादा दिखाई दिए। चूंकि सिटी बसें बंद रहीं, इसलिए लोगों ने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दुपहिया वाहनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया। स्कूल बसें नहीं चलने के कारण भी अभिभावकों ने बच्चों को निजी वाहनों से स्कूल पहुंचाया, वहीं कुछ स्कूलों मे छुट्‍टी घोषित की गई है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala


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