इंदौर। लगता है मां अहिल्याबाई की नगरी इंदौर को किसी की बुरी नजर लग गई है। शांत रहने वाला यह शहर अशांत होता नजर आ रहा है। हादसों के बाद अश्लील और शर्मनाक घटनाएं बदस्तूर जारी हैं। 18 अप्रैल को रानीपुरा में पटाखा अग्निकांड में 7 लोगों की मौत के बाद ट्रेजर आईलैंड में 11वीं कक्षा की छात्रा का अश्लील एमएमएस (MMS) बना डाला तो बीती रात एक पुलिस जवान को मार-मारकर अधमरा कर दिया। जवान का कसूर इतना भर था कि वह देर रात शादी समारोह में तेज आवाज में बज रहे डीजे को बंद कराने गया था। जवान को मारने वालों में कुख्यात गुंडा भी अपने साथियों के साथ शामिल था।
इंदौर को मध्यप्रदेश के सबसे शांत और खूबसूरत शहर में शुमार किया जाता है लेकिन यहां पर जंगलराज चल रहा है। जिला प्रशासन मूक बना बैठा है। 18 अप्रैल को भीड़भरे रानीपुरा में पटाखा अग्निकांड हुआ और रात होने तक 7 लोग जलकर मौत के मुंह में जा चुके थे। तब से लेकर अब तक पुलिस और प्रशासन अलग-अलग दलीलें देते नजर आते हैं। पुलिस ने टीआई समेत 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया तो कलेक्टर ने एसडीएम समेत 4 अधिकारियों को मैदानी ड्यूटी से हटाकर कलेक्ट्रेट में अटैच कर दिया।
पटाखा अग्निकांड के बाद इंदौर शहर के पहले मॉल ट्रेजर आईलैंड में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जींस शोरूम में 11वीं कक्षा की छात्रा का कपड़े बदलते वक्त एमएमएस बना डालने की घटना शुक्रवार को शहरभर में सुर्खियों में रही। इसी बीच कल रात गुंडे और उसके साथियों ने मिलकर ऋषि पैलेस में एक पुलिस जवान को पीट-पीटकर लहूलुहान कर डाला। आश्चर्य की बात तो यह है कि बाद में जब पुलिसबल वहां पहुंचा तो मारने वाले भाग चुके थे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि रात 10 बजे बाद से लेकर सुबह 6 बजे तक तेज आवाज में कोई भी ध्वनि विस्तारक यंत्र न बजाया जाए, लेकिन इंदौर में इसका पालन नहीं होता। जिसकी जब मर्जी होती है, तेज आवाज में डीजे और लाउडस्पीकर बजाकर दूसरों की नींद हराम करना एक तरह से शगल बन गया है।
बीती रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। ऋषि पैलेस में अनिल कौशल के घर विवाह का कार्यक्रम चल रहा था और लाउडस्पीकर पर डीजे की तेज आवाजें रहवासियों को रास नहीं आईं। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस कंट्रोल रूम को की। डायल 100 को लेकर हवलदार ताज मोहम्मद वहां पहुंचे और डीजे की आवाज धीमी करने को कहा, लेकिन वहां नशे में चूर युवकों ने उनकी जमकर पिटाई कर डाली। उन पर कुर्सियों से हमला किया और घसीट-घसीटकर पीटा। बाद में पता चला कि पिटाई करने वालों में महू का गुंडा मोहन उर्फ गब्बर सिंह भी शामिल था।
पुलिस ने ताज मोहम्मद का रात में ही मेडिकल करवाया और मोहन उर्फ गब्बर सिंह निवासी महू, रुपेश निवासी सांईबाबा नगर, गोली निवासी कुंदन नगर, मोनू कौशल, पप्पू, अनिल कौशल (सभी ऋषि पैलेस कॉलोनी) पर धारा 353 और 332 के तहत केस दर्ज किया है। उधर ताज मोहम्मद ने कहा कि मैं सिर्फ डीजे की तेज आवाज कम करने और हुड़दंग कर रहे युवकों को समझाइश देने गया था, तभी सभी मुझ पर टूट पड़े।
इंदौर में देर रात तेज आवाज में ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाने का यह मामला नया नहीं है। इससे पहले भी कई बार खजराना क्षेत्र में कभी कव्वाली का आयोजन होता है तो कभी उर्स का। रात के सन्नाटे में कई किलोमीटर तक इसकी आवाज गूंजती रहती है और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का खुल्लम-खुल्ला मजाक उड़ाया जाता रहा है। वहीं दूसरी ओर खजराना पुलिस और डायल 100 कान में रूई ठूंसकर सोई रहते हैं। डायल 100 भोपाल से संचालित होता है और वहां फोन करने पर संबंधित बीट को आदेशित किया जाता है, लेकिन नतीजा सिफर ही निकलता है। (वेबदुनिया न्यूज)