भोपाल। मिशन-2023 को लेकर मध्यप्रदेश का सियासी पारा गर्मा गया है। 2023 के चुनाव को लेकर भाजपा में मिशन मोड पर काम शुरु हो गया है। पार्टी के केंद्रीय नेताओं के भोपाल दौरे भी तेज हो गए है। इन सबके बीच केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को भोपाल में अपने नए बंगले में गृहप्रवेश भी कर लिया। सपरिवार भोपाल पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजधानी के श्यामला हिल्स B-5 स्थित बंगले में गृह प्रवेश में पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना कर प्रवेश किया।
सिंधिया के गृहप्रवेश के कार्यक्रम को सियासी गलियारों में 2023 विधानसभा चुनाव में पहले सिंधिया की भोपाल में सक्रियता बढ़ने के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में जब प्रदेश भाजपा मिशन मोड में आ चुकी है तब सिंधिया का भोपाल में अधिक वक्त गुजारने के कई तरह के सियासी मायने निकाले जा रहे है।
खास बात यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया 2002 से लेकर 2019 तक लोकसभा सांसद और अब राज्यसभा सांसद रहे,लेकिन उनके पास अब तक भोपाल में कोई बंगला नहीं था। मध्यप्रदेश के अन्य सांसदों को भोपाल में बंगला मिला था लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया को कभी बंगला नहीं मिला। इस दौरान प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस की सरकारें भी रहीं लेकिन किसी भी सरकार ने सिंधिया के लिए बंगला एलॉट नहीं किया था।
लोकसभा सांसद रहते हुए 2018 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में बंगला के लिए आवेदन दिया था लेकिन कमलनाथ सरकार के समय भी उनको बंगला नहीं आवंटित हो पाया था। इसके बाद प्रदेश में शिवराज सरकार बनने पर सिंधिया को बंगला आवंटित हुआ, जो बंगला ज्योतिरादित्य सिंधिया को एलॉट किया गया है, उसमें कमलनाथ सरकार में मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल रहते थे।