भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबके आर्कषण का केंद्र रहे। जंबूरी मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में यूं तो कई तस्वीरें यादगार रहीं, लेकिन जिस एक तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा वो थी कमलनाथ, शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया की एकसाथ हाथ उठाए हुई तस्वीर। भोपाल के ऐतिहासिक जंबूरी मैदान में जिस किसी ने भी लोकतंत्र के इस ऐतिहासिक नजारे को देखा वो लोकतंत्र की खूबसूरती के कसीदे गढ़ता दिखा।
मध्यप्रदेश में करीब डेढ़ महीने तक चले चुनाव प्रचार के दौरान तस्वीर में दिख रहे तीनों नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान कटुता इस हद तक पहुंच गई थी कि नेताओं ने एक-दूसरे पर व्यक्तिगत हमले तक किए थे।
कमलनाथ का शिवराज सिंह चौहान को दिया गया बयान भी काफी चर्चा में रहा था, वहीं अब चुनावी संघर्ष खत्म होने के बाद मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के बुलावे पर शपथ ग्रहण सामारोह में पहुंचे शिवराज सिंह चौहान का कांग्रेस नेताओं ने पूरे जोश के साथ स्वागत किया। खुद कांग्रेस महासचिव दिग्गिवजय सिंह शिवराज सिंह चौहान को मंच पर लेकर आए।
दिग्विजय सिंह ने मंच पर शिवराज सिंह चौहान को अतिथियों से भी मिलवाया। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान मंच पर शरद पवार के बगल में बैठ गए। कार्यक्रम में जब सूबे के मनोनीत मुख्यमंत्री कमलनाथ मंच पर शपथ लेने के लिए पहुंचे तो उन्होंने मंच पर बैठे नेताओं से एक-एक कर मुलाकात करनी शुरू की।
इस मुलाकात के दौरान कमलनाथ मंच पर बैठे शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंचे तो दोनों नेता पूरे गर्मजोशी से मिले। औपचारिक अभिवादन के बाद कमलनाथ ने अचानक शिवराज का हाथ पकड़ा और अपना हाथ हवा में उठा दिया। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने भी सियासी शिष्टाचार निभाते हुए कमलनाथ के साथ अपना हाथ उठाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
इस नजारे को देखकर मंच पर खड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बिना देर किए दोनों नेताओं के पास पहुंचे और शिवराज सिंह चौहान का का दूसरा हाथ पकड़ा और उसे हवा में उठा दिया और बन गई वो तस्वीर जो अब इतिहास में दर्ज हो गई है। इस नजारे के बाद कांग्रेस के मंच पर शिवराज सिंह चौहान सबके आकर्षण का केंद्र बन गए। शपथ ग्रहण सामारोह में मंच पर मुख्यमंत्री कमलनाथ जहां मुख्य आकर्षण का केंद्र थे तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी जलवा कम नहीं था।
समारोह में शामिल देश के कई दिग्गज नेता शिवराज से खुलकर मेल-मुलाकात करते दिखे। एनडीए के पुराने साथी चंद्रबाबू नायडू ने उन्हें गले लगाया तो फारुक अब्दुल्ला भी काफी देर तक उनका हाथ थामे रहे। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी शिवराज की मुलाकात भी खास रही। मध्यप्रदेश में तेरह साल तक अपनी अलग राजनीति के लिए पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान चुनाव बाद भी अपनी अलग सियासी स्टाइल के लिए आजकल खूब चर्चा में हैं।