भोपाल। उज्जैन सहित मध्यप्रदेश के 17 धार्मिक नगरों में शराब की बिक्री पर बैन लगाने की तैयारी सरकार कर रही है। आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार नई शराब नीति में सुधार कर, धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि धार्मिक नगरों में शराबबंदी को लेकर साधु-संतों द्वारा दिए गए सुझावों पर राज्य सरकार गंभीर है और सरकार जल्द इस पर फैसला ले सकती है।
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि धार्मिक नगरों का वातावरण प्रभावित होने संबंधी शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं। हमारा प्रयास है कि इन नगरों की पवित्रता अक्षुण्ण रहे। अत: राज्य सरकार जल्द ही निर्णय लेकर इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अप्रैल से शुरु होने वाले वित्तीय वर्ष पर सरकार इस पर अमल कर सकता है। वहीं धार्मिकनगरों में शराबबंदी लागू होने से होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए इन धार्मिक नगरों की बाहरी सीमाओं में शराब दुकानें खोलने का विचार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 2023 में प्रदेश में शिवराज सरकार ने आबकारी नीति में बड़ा बदलाव करते हुए शराब दुकाने से लगे आहते और दुकानों पर शराब पीने पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं भाजपा सरकार का दावा है कि प्रदेश में 2010 के बाद कोई भी नई शराब की दुकानें नहीं खोली गई है।