मध्यप्रदेश में 3 मई के बाद लॉकडाउन को लेकर आज रात तक शिवराज सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसको लेकर देर शाम अफसरों के साथ बैठक करने जा रहे है। वहीं सूत्रों के हवाले से जो खबर है उसके मुताबिक सरकार 3 मई के बाद थ्री लेयर (रेड जोन, ऑरेंज जोन, ग्रीन जोन ) के मॉडल पर काम करने जा रही है।
कोरोना के हॉटस्पॉट माने जाने वाले भोपाल, इंदौर और उज्जैन को सरकार ने रेड जोन में रखा है और इन जिलों में 3 मई के बाद भी अभी फौरी तौर पर कोई राहत नहीं मिलने जा रही है। सरकार की कोशिश है कि रेड जोन में शामिल इन जिलों को जल्द से ऑरेंज जोन में लाकर इनको जल्द से जल्द कुछ राहत दी जाए।
पिछले दिनों पीएम मोदी के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के बाद मुख्यंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को 3 मई के बाद की तैयारियों और आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए है। वहीं मुख्यमंत्री ने कोरोना से संक्रमित जिलों के कलेक्टरों से आज शाम तक पूरी रिपोर्ट मांगी है जिसके आधार पर फैसला होगा।
3 मई के बाद लॉकडाउन का संभावित प्लान
रेड जोन में ढील नहीं (3 जिले)– 3 मई के बाद सरकार भोपाल, इंदौर और उज्जैन में कोई ढील नहीं देने जा रही है। यहां पर फिलहाल लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जाएगा। वहीं कंटेनमेंट क्षेत्रों को फिर चिन्ह्ति कर लोगों को कुछ राहत देने पर मंथन हो सकता है।
ऑरेंज जोन में सशर्त ढील (24 जिले) – मध्यप्रदेश में ऑरेज जोन में आने वाले जिलों में सरकार कंटेनमेंट इलाकों को छोड़कर बाकी जिले में कुछ ढील दे सकती है। प्रदेश के जबलपुर, रायसेन, खरगोन, धार, खंडवा, होशंगाबाद, रतलाम, आगर मालवा, मंदसौर, शाजापुर, सागर, छिंदवाड़ा,अलीराजपुर, ग्वालियर, श्योपुर, विदिशा, शिवपुरी, टीकमगढ़, बैतूल, डिंडोरी, हरदा, बड़वानी, देवास, मुरैना।
ग्रीन जोन जिलों को मिलेगी राहत (25 जिले)– वहीं मध्यप्रदेश के उन जिलों में लॉकडाउन में पूरी छूट देने की तैयारी सरकार कर रही है जो पूरी तरह कोरोना मुक्त है। इनमेंसीहोर, झाबुआ, नीमच, दतिया, दमोह, पन्ना, भिंड, गुना, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, रीवा, सिंगरौली, अशोकनगर, सीधी, नरसिंहपुर, सतना, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, निवाड़ी, छतरपुर,राजगढ़, गुना जैसे जिले शामिल है।