राज्यसभा का रण :कांग्रेस को सता रहा क्रॉस वोटिंग का डर, दिग्विजय की जीत पक्की करने के लिए नई रणनीति
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में राज्यसभा चुनाव पर मंथन
भोपाल। मार्च में राज्यसभा चुनाव के फेर में प्रदेश में सत्ता गंवाने वाली कांग्रेस को अब राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में क्रांस वोटिंग का डर सता रहा है। वोटिंग से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में तय हुआ कि अब पार्टी के 52 की जगह 54 विधायक पहली वरीयता के तौर पर दिग्विजय सिंह के लिए मतदान करेंगे, वहीं फूल सिंह बरैया पार्टी के दूसरे वरीयता वाले प्रत्याशी होंगे।
राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग के डर को भले ही पार्टी के नेता खारिज कर रहे हो लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के घर हुई विधायक दल की बैठक में तय हुआ कि शुक्रवार को होने वाले वोटिंग में दो अतिरिक्त विधायक भी दिग्विजय सिंह के पक्ष में वोट डालेंगे।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुकल वासनिक की मौजदूगी में हुई विधायक दल की बैठक राज्यसभा चुनाव की वोटिंग को लेकर मॉक पोल भी कराया गया जिसमें पार्टी के सीनियर नेताओं ने नए विधायकों को वोट डालने की पूरी प्रक्रिया के बारे में समझाया।
अगर संख्या गणित के हिसाब से देखे तो कांग्रेस के पास कुल विधायकों की संख्या 92 है ऐसे में 54 विधायक प्रथम वरीयता के आधार पर दिग्विजय सिंह के पक्ष में वोट करेंगे और शेष 38 विधायक पार्टी के दूसरी वरीयता वाले उम्मीदवार फूल सिंह बरैया के पक्ष में मतदान करेंगे।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा के लिए तीन सीटों पर वोटिंग के लिए शुक्रवार को विधानसभा में वोटिंग होगी। कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी कोरोना पॉजिटिव होने के चलते पीपीई किट में मतदान करने के लिए सबसे अंत में विधानसभा पहुंच सकते है हलांकि कोरोना संक्रमित विधायकों के लिए डाक मत की भी व्यवस्था की है।