मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज महेश्वर के ऐतिहासिक किले में पुण्य श्लोका देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने विजयादशमी के पावन अवसर पर यहां शस्त्रागार में शस्त्र पूजन किया। नर्मदा तट पर स्थित क़िले में पहुँचने पर देवी अहिल्या के वंशज यशवंतराव होलकर तृतीय ने उनका परम्परागत रूप से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शस्त्रागार में विशेष तौर पर उस तलवार का पूजन किया जो उनके शौर्य का प्रतीक है। यह तलवार देवी अहिल्या स्वयं धारण करती थीं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि देवी अहिल्या पुण्य प्रताप और परोपकार की पर्याय हैं।
आज विजयादशमी के अवसर पर उनकी कर्मभूमि पहुंचकर नमन कर स्वयं को कृतार्थ महसूस कर रहा हूं। इस अवसर पर खरगोन के स्थानीय जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। इसके पूर्व हेलीपेड महेश्वर में पहुंचने पर उनका क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने स्वागत किया।