भोपाल। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि किसानों पर आफत बनकर टूटी है। प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों का बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रदेश के मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल के साथ महाकौशल के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में तैयार खड़ी किसानों की फसला को बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रदेश के मंडला, मंदसौर, डिंडौरी, खरगोन और ग्वालियर मे ओलावृष्टि से तैयार फसल खेतों में बिछ गई है। डिंडौरी में रविवार को ओलावृष्टि से खेत से लेकर सड़क तक सफेद चादर सी बिछ गई।
वहीं आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज असमय बारिश एवं ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार संकट की घड़ी मे पूरी तरह किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने अधिकारियों को बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे पूरी ईमानदारी के साथ किया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या गलती नहीं हो। सर्वे की टीम में राजस्व, कृषि और पंचायत के कर्मचारी शामिल हो।
सीएम ने अधिकारियों को गांव में सर्वे का काम पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगाने के भी निर्देश दिए। अगर सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है तो उसका भी निराकरण किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 25 मार्च तक सर्वे का काम पूरान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी वहीं कई स्थानों से पशु हानि की भी खबरें हारी है जिसके नुकसान की भरपाई भी सरकार करेगी।
बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में 6 से 8 मार्च के दौरान हुई बारिश से फसलों को हुए नुकसान के सर्वे का काम पूरा हो चुका है, वहीं 16 से 19 मार्च के बीच हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के सर्वे का काम शुरु हो चुका है।
आगे भी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट-प्रदेश में अगले एक-दो दिनों में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर मौसम विभाग ने भी अलर्ट किया है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अभी बारिश का दौर एक-दो दिन आगे भी जारी रहेगा। मौसम विभाग ने महाकौशल के कई जिलों बालाघाट,डिंडोरी, मंडला नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर के साथ विंध्य के सिंगरौली में बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है।