सतना। 22 लाख की कथित रिश्वत लेत रंगे हाथों पकड़े गए मघ्यप्रदेश के सतना नगर निगम के आयुक्त सुरेंद्र कुमार कथूरिया के बुरे दिन शुरु हो गए हैं। एक तरफ विशेष अदालत (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) ने कथूरिया को 30 जून तक के लिए रिमांड पर रीवा लोकायुक्त पुलिस के सुपुर्द कर दिया है जबकि दूसरी तरफ मध्यप्रदेश सरकार ने उसे सेवा से निलंबित कर दिया।
रीवा लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक देवेश पाठक ने बताया कि सोमवार को ट्रेप कार्रवाई के बाद निगम आयुक्त कथूरिया के सरकारी आवास में कुछ बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और रिश्वत के 12 लाख रुपए एवं 10 लाख रुपए के सोने के अतिरिक्त 15 लाख 17 हजार रुपए की नगद राशि तथा बड़ी मात्रा में सोने चांदी की ज्वेलरी भी मिली है।
पाठक ने बताया कि कथूरिया के पास बेनामी संपत्ति मिलने के बाद जांच के दायरे को बढ़ाते हुए अब आरोपी के विरुद्ध अनुपातहीन संपत्ति का मामला भी दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब आगे की जांच के लिए कथूरिया को उसके गृह जिले खरसिया ले जाया जाएगा, जिसके लिए आज विशेष न्यायाधीश देवनारायण शुक्ल की अदालत में आरोपी को पेश कर 30 जून तक के लिए रिमांड पर लिया गया है।
कथूरिया को कल लोकायुक्त पुलिस ने सिविल लाइन स्थित उसके निवास से 12 लाख रुपए नगद और सोना रिश्वत के रूप में लेते हुए गिरफ्तार किया था। निगम आयुक्त ने भरहुत नगर स्थित डॉ राजकुमार अग्रवाल के दो मंजिला मकान को तोड़ने के आदेश दिए थे। मकान तोड़ने की कार्रवाई रोकने के लिए कथूरिया ने डॉ अग्रवाल से 40 लाख रुपए नकद और एक किलो सोना मांगा था। उनकी शिकायत पर ही लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की थी।
सुरेन्द्र कुमार कथूरिया निलंबित : भोपाल से खबर है कि रिश्वत लेते हुए पकड़े नगर निगम आयुक्त सुरेन्द्र कुमार कथूरिया को मध्यप्रदेश सरकार ने आज सेवा से निलंबित कर दिया है। मध्यप्रदेश के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया, राज्य सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कथूरिया को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के कारण आज निलंबित कर दिया है। आरोपी कथूरिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। (एजेंसियां)