मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले इंदौर में 18 अक्टूबर को कमलनाथ सरकार के पहले निवेशक सम्मेलन मैग्नीफिसेंट एमपी को लेकर तैयारियां अब अंतिम दौर में है। खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मैग्नीफिसेंट एमपी को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी कमान अपने हाथों में ले ली है।
देश के जाने माने उद्योगपतियों को सम्मेलन में बुलाने और उनको मध्य प्रदेश में विकास में भागीदार बनाने के लिए मुख्यमंत्री लगातार प्रयास कर रहे है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिछले दिनों खुद देश की शीर्ष उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ मुलाकात कर उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात में रिलाएंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अन्य उद्योगपतियों ने प्रदेश में बड़े पैमाने की निवेश की इच्छा जताई है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की नई सोच से बनेगा नया मध्य प्रदेश – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की नई सोच से आज मध्य प्रदेश एक नया प्रदेश बन रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश आज तेजी से विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि कारोबारी सुगमता में निरंतर सुधार हो और प्रदेश में नया निवेश आता रहे। किसी प्रदेश में होने वाला निवेश इस बात पर निर्भर करता है कि वहां पर कारोबारियों के लिए वहां पर कारोबार करना कितना आसान है।
अगर बात करें मुख्यमंत्री कमलनाथ के नई सोच के चलते वर्तमान में मध्य प्रदेश इस मामले में देश के अन्य प्रांतों से बहुत आगे आ चुका है। निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए बेहतर माहौल दिलाने के लिए मुख्यमंत्री हर संभव कोशिश कर रहे है,उनका प्रयास रहता है कि निवेशकों की छोटी से छोटी समस्या का भी तुरंत समाधान हो।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की नई सोच का ही नतीजा है कि आज मध्य प्रदेश निवेशकों की पहली पंसद बना हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रयासों से जब ये निवेश जमीन पर उतरेगा तो प्रदेश के आर्थिक विकास को गति मिलने के साथ ही स्थानील लोगों को रोजगार भी मिलेंगे।
कारोबारी सुगमता से तरक्की की राह पर एमपी – निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश के जो माहौल आज मिल रह है उसकी चर्चा हर ओर है। कारोबार करने की सुगमता के कारण देश ही नहीं विदेशों के कई कंपनियां मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आगे आई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर राज्य सरकार ने कारोबारी सुगमता के लिए कई नए तरीके अपनाए है।
प्रदेश सरकार अपने इन्वेस्ट पोर्टल के माध्यम से संभावित निवेशकों को एकल खिड़की निस्तारण प्रदान कर रही है। प्रदेश में निवेश के लिए इच्छुक कारोबारियों को अब विभिन्न विभागों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। अब वे एक ही स्थान पर संपर्क करके निवेश के लिए तमाम मंजूरियां,भूमि आवंटन,जरूरी रियायतें हासिल कर सकते है। वर्तमान में 8 विभागों में 32 सेवाओं का लाभ इन्वेस्ट पोर्टल के माध्यम से लिया जा रहा है।
निवेशकों को मुख्यमंत्री कमलनाथ की सौगात – मध्य प्रदेश की बागडोर अपने हाथों में संभालने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक नहीं कई मौके पर एक नया मध्य प्रदेश बनाने की बात कही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ कई मंचों से दोहरा चुके है कि मध्य प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देना, प्रदेश में रोजगार के अवसर तैयार करना और प्रदेश की श्रमशक्ति को कुशल बनाना उनकी पहली प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की इस प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए आज मध्य प्रदेश सरकार उद्यमियों को बड़ी तादाद में पूंजीगत रियायतें देकर उनके बड़ी सौगात दे रही है। प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग यूनिग लगाने वाले कारोबारी हों या स्टार्ट अप और एसएमई कोराबारी, सरकार उन्हें विभिन्न सुविधाओं के लिए पूंजीगत रियासत प्रदान कर रही है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर विभिन्न उपक्रम लगाने वालों को स्टांप शुल्क में मुक्ति और निशुल्क बिजली उपलब्ध कराने का प्रावधान भी प्रदेश सरकार ने किया है।
मध्य प्रदेश में निवेशकों का बड़ी तदाद में आने का सबसे बड़ा कारण प्रदेश में औद्योगिक भूमि प्रचुर मात्रा में मौजूद होना है। आज इंदौर के निकट पीथमपुर,भोपाल के निकट मंडीदीप,ग्वालियर के निकट मानपुर इंडिस्ट्रयल एरिया के अलावा भी प्रदेश के विभिन्न जिलों में लैंड बैंक बनाए गए हैं, जिन्हें मध्य प्रदेश में निवेश करने वाले निवेशकों को आवंटित किया जाएगा।
वर्तमान में मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के पास कुल मिलाकर 1.20 लाख एकड़ जमीन उपलब्ध है। आज मध्य प्रदेश में भूमि आवंटन से लेकर श्रम सुधारों तक और राजस्व सुधार से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में दी जा रही सब्सिडी तक प्रदेश में कारोबारी सुगमता के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है।