इंदौर। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने राज्य सरकार पर अवैध रूप से हिरासत में रखे जाने का आरोप लगाते हुए दावे के साथ कहा कि अस्पताल में उनका अनशन लगातार जारी रहा है। वहीं प्रशासन ने कहा कि दो दिन से अस्पताल में भर्ती सुश्री पाटकर को स्वस्थ होने के बाद बुधवार को छुट्टी दे दी गई।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सुश्री पाटकर ने कहा कि वे बारह साथियों के साथ सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों को बगैर पुनर्वास किए हटाये जाने के विरोध में अनशन पर बैठी थीं। बारह दिनों तक अनशन के दौरान केंद्र और राज्य सरकार कि ओर से एक बार भी समस्या के समाधान के सबंध में सार्थक संवाद नहीं किया गया।
उन्होंने कहा हमें केवल बार-बार अनशन समाप्त करने को कहते हुए अनशन समाप्ति के बाद समस्याओं पर बात करने का मुख्यमंत्री की ओर से संदेश पहुंचाया गया। इसके बाद भी जब हम अनशन स्थल पर ही पुनर्वास संबंधी वर्षों से लंबित समस्या के समाधान के लिए अड़े रहे और अनशन समाप्ति के लिए राजी नही हुए, तब जबरदस्ती बलपूर्वक हमें अनशन स्थल से हटाने का प्रयास किया गया।
सुश्री पाटकर ने अनशन जारी रखने के प्रश्न पर कहा कि प्रशासन ने दो दिन पूर्व उन्हें उपचार के बहाने से अवैध रूप से हिरासत में लेकर अस्पताल में रखा था। यहां उनके फोन जप्त कर लिए गए थे। इस बीच उन्होंने अन्न जल ग्रहण नही किया हैं। फिलहाल उनका अनशन जारी हैं। आगे अनशन जारी रखने की योजना वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर तय करेंगी।
वहीं इंदौर जिला कलेक्टर निशांत बरवड़े ने बताया सुश्री पाटकर सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में 12 दिनों से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी थीं। इस बीच उन्हें अस्वस्थ होने पर दो दिन पूर्व इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया था। आज स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। (वार्ता)