इंदौर। जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि मीडिया समाज का नेतृत्व करते हुए कोविड प्रोटोकॉल के पालन तथा कोविड अनुकूल व्यवहार को आचरण में लाने के लिए लगातार जागरूक करते रहे। मीडिया ने कोरोना की दोनों लहरों में आमजन को भ्रामक जानकारियों से बचाने तथा जागरूक करने में महती भूमिका निभाई है। इसी तरह का सहयोग देते हुए वे दीर्घकालीन वातावरण बनाने में भी अपने सामाजिक दायित्वों का पूरा निर्वहन करे।
डॉ. खाड़े आज बुधवार को संभागीय जनसंपर्क कार्यालय इंदौर द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। यह वेबिनार 'कोविड अनुकूल व्यवहार- मीडिया की भूमिका' विषय पर आयोजित की गई थी। इसमें मीडिया के वरिष्ठजनों के साथ ही संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा भी विशेष रूप से मौजूद थे। वेबिनार में इंदौर जिले के साथ ही संभाग के अन्य जिलों के मीडिया प्रतिनिधि भी ऑनलाइन शामिल हुए।
वेबिनार को संबोधित करते हुए जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने इस आयोजन की सराहना की और इसे जनजागरण के लिए अच्छी पहल बताया। इंदौर में कोरोना से निपटने के लिए टीम के रूप में सभी ने मिल-जुलकर अनुकरणीय कार्य किए हैं। इंदौर में मीडिया से जुड़े संगठनों ने अपने साथियों की आपदा काल में मदद के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं। कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर ज्यादा गंभीर थी। अनेक समस्याएं आईं, फिर भी सबके एकजुट प्रयासों से उसका सामना किया गया। आगामी तीसरी लहर से बचाव के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाना और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना सबसे कारगर माध्यम है। सिंगापुर इसका बेहतर उदाहरण है। कोरोनारूपी अंधेरा हमारे सामने है और इस अंधेरे में राह बनाने के लिए जागरूकता के प्रकाश का फैलाव जरूरी है। मीडिया का समाज में अत्यंत प्रभाव है और इस प्रभाव का उपयोग करते हुए वे लोगों के मन से कोरोना के प्रति जो डर निकल रहा है और वे प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, इसके लिए उन्हें सजग और सावधान करें।
वेबिनार को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना संकटकाल में मीडिया ने सजग प्रहरी के रूप में आमजन को सूचनाओं के आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया ने शासन-प्रशासन का साथी बनकर सहयोग किया है। वे शासन-प्रशासन और आमजन के बीच में सेतु के रूप में रहे हैं। इसी तरह का सहयोग आगामी समय में देने का भी उन्होंने आग्रह किया। टीकाकरण अभियान को जन आंदोलन बनाने में भी मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन की प्राथमिकता की जानकारी दी। हमारी अभी प्राथमिकता है कि इंदौर संभाग ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाए। इसके लिए पूरे संभाग में 80 प्लांट ऑक्सीजन निर्माण के लगाए जा रहे हैं। अभी तक 20 प्लांटों का कार्य पूरा हो गया है, आगामी 15 अगस्त तक सभी प्लांटों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आगामी समय में गर्भवती महिलाओं, शिशुओं एवं अन्य बच्चों के कोरोना संबंधी इलाज के लिए बड़ी संख्या में बेड की व्यवस्था की जा रही है। कोरोना से निपटने के साथ ही ब्लैक फंगस के इलाज में भी शासकीय अस्पतालों ने बेहतर कार्य किए हैं। इससे आमजन का विश्वास शासकीय अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। मीडिया आमजन को लगातार जागरूक करते रहें कि वे कोरोना प्रोटोकॉल तथा कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करें। जनता को समझाएं कि वे भीड़भरे क्षेत्रों में नहीं जाएं। शादी-पार्टी में जाएं तो मास्क लगाएं। 2 गज की दूरी रखें। सार्वजनिक स्थलों पर विशेष सावधानी रखें।
वेबिनार में मुख्य रूप से सभी वक्ताओं ने इस आयोजन की सराहना की। सभी ने समवेत रूप से कहा कि कोरोना संकटकाल में जनसंपर्क विभाग ने मीडिया प्रतिनिधियों तथा उनके परिजनों का ध्यान रखा तथा उनकी हरसंभव भरपूर मदद की। इसके लिए उन्होंने जनसंपर्क विभाग का आभार माना।
इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें वर्तमान में बहुत सतर्कता बरतने की जरूरत है। हम अपने आचरण को कोविड संक्रमण से बचाव के लिए अनुकूल बनाएं। कोविड अनुकूल व्यवहार को आचरण में लाएं। आमजन का शहर में मीडिया पर बहुत भरोसा है। प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया भी जनजागरण के संदेश को प्रसारित करने का कारगर माध्यम बन गया है। शहर में कोरोना लॉकडाउन से छूट मिली है, इसका मतलब यह नहीं है कि उसका बेजा उपयोग किया जाए। स्वतंत्रता को स्वच्छंदता में नहीं बदलें। बड़े आयोजनों पर रोक रहे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि समाज के सजग प्रहरी बनकर कार्य करें। इस आयोजन के लिए उन्होंने जनसंपर्क विभाग के प्रयास को सराहनीय बताया।
वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा ने कहा कि हम सुधरेंगे, जग सुधरेगा, इस ध्येय के साथ सबको व्यवहार करना चाहिए। हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दूसरों को भी इसके पालन की सीख देना होगी। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि आगामी समय में अस्पतालों में मरीजों की जानकारी सीसीटीवी के माध्यम से स्क्रीन लगाकर लगातार परिजनों को दी जाए। सभी अस्पतालों में हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। इसके माध्यम से प्रतिदिन हर मरीज की हेल्थ बुलेटिन जारी की जाए।
मध्यप्रदेश प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने कहा कि जनता को लगातार कोरोना के खतरों से आगाह करते रहना चाहिए। जनता को जागरूक एवं सजग बनाने के लिए स्वयंसेवी तथा सामाजिक संगठनों का भी सहयोग निरंतर लिया जाए। इस दिशा में प्रयास सतत चलते रहना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार नवनीत शुक्ला ने कहा कि शासन एवं प्रशासन ने कोरोना से निपटने में ईमानदारीपूर्वक कारगर प्रयास किए हैं और अब यह प्रयास किए जाना चाहिए कि हर व्यक्ति का टीकाकरण हो जाए। आशंकित तीसरी लहर को देखते हुए गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के इलाज के लिए आवश्यक संसाधन तेजी से जुटाए जाएं।
वरिष्ठ पत्रकार राजेश ज्वेल ने कहा कि जनता को कोरोना के साथ रहने की आदत डालना होगी। उन्हें ऐसा तैयार किया जाए जिससे कि वे लंबे समय तक कोरोना के साथ सीमित प्रतिबंधों में रह सकें। उन्होंने कहा कि सभी को कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार पंकज मुकाती ने इस अवसर पर कहा कि माना जा रहा है कि तीसरी लहर में सर्वाधिक रूप से बच्चे प्रभावित होंगे। इसको देखते हुए आज जरूरत है कि बच्चों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता के लिए विशेष अभियान चले।
कार्यक्रम में धार के वरिष्ठ पत्रकार छोटू शास्त्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने में टीकाकरण की बड़ी भूमिका है। टीकाकरण के लिए आदिवासी अंचलों में टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कोरोना के संकट के समय मीडिया प्रतिनिधियों को जनसंपर्क विभाग द्वारा दिए गए सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मीडिया प्रतिनिधि दीपक यादव, लोकेन्द्र थनवार, संजय राठी (खंडवा) आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. आरआर पटेल ने वेबिनार के विषय 'कोविड अनुकूल व्यवहार- मीडिया की भूमिका' विषय का प्रवर्तन किया।