भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉ मोहन यादव सरकार के मंत्रिमंडल में रामनिवास रावत की एंट्री के बाद अब सरकार के अंदर ही विरोध के सुर उठ गए है। डॉ. मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही है। कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि मंत्री रहते हुए आदिवासी हितों की रक्षा नहीं कर पा रहा हूं, इसलिए मंत्री पद से इस्तीफा दूंगा। इतना ही नहीं नागर सिंह चौहान ने अपनी पत्नी अनिता सिंह चौहान जो झाबुआ से लोकसभा सांसद चुनी गई है उनके भी इस्तीफा देने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि नागर सिंह चौहान कैबिनेट में अपना कद कम होने से नाराज थे। गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी थी जो अब तक नागर सिंह चौहान के पास थी। नागर सिंह चौहान के पास वन विभाग के साथ-साथ आदिवासी कल्याण विभाग की भी है।
कैबिनेट से इस्तीफा देने की बात कहने वाले मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता सिंह चौहान को लोकसभा चुनाव में भाजपा ने झाबुआ से टिकट दिया था। भाजपा जो राजनीति में परिवारवाद का विरोध करती है उसने मंत्री की पत्नी को टिकट देकर सभी को चौंका दिया था। वहीं अब नागर सिंह चौहान अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े कर रहे है। वह कह रहे है कि कांग्रेस से आने वालों को पार्टी में ज्यादा तरजीह दी जा रही है।
इतना ही नहीं नागर सिंह चौहान ने कहा कि अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, धार, खरगोन के आदिवासी भाईयों ने मुझ पर भरोसा किया था कि मैं उनके लिए विकास करूंगा। लेकिन सरकार द्वारार मेरे मुख्य पद ले लेने के बाद मैं विकास नहीं कर पाऊंगा और उनकी उम्मीदरों को खरा नहीं उतर पाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरे विभाग ले लेने के बाद अब मंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं रहता है।