मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विकास के कारवां में सरकार को उद्योगपतियों के साथ बराबरी से चलना होगा। हम उद्योगपतियों के साथ सकारात्मक और सहयोगी दृष्टिकोण से कार्य के इच्छुक हैं। युक्ति, बुद्धि, क्षमता, योग्यता में भारतीय विश्व में अग्रणी है, लेकिन उपलब्धियां अर्जित करने के लिए शासन की अनुकूलता आवश्यक है। शासन के सभी अंगों में समन्वय, सकारात्मक दृष्टिकोण और सहयोगी वातावारण से ही परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। मध्यप्रदेश में सभी औद्योगिक सेक्टर के लिए पर्याप्त संभावनाएं विद्धमान हैं।
मध्यप्रदेश कोयम्बटूर हो या कोलकाता, सभी ओर के लोगों की उद्यमशीलता और सृजनशीलता को आमंत्रित करता है। मध्यप्रदेश सरकार हर संभव सहयोग और सहायता देने को तत्पर है। रेडीमेड गारमेंट हो या माईनिंग, ऊर्जा, पर्यटन का सेक्टर हो, सभी क्षेत्रों के मध्यम या भारी उद्योग प्रदेश में आमंत्रित हैं, राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियां पर्याप्त लचीली और समावेशी हैं। राज्य सरकार खुले दिल से उद्योगों का स्वागत करने के लिए आतुर हैं है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर कोलकाता में आयोजित रोड शो और उद्योगपतियों व औद्योगिक संगठनों से चर्चा के सत्र को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोलकाता के होटल जे डब्ल्यु मैरियट में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों के संतुलित आर्थिक विकास के लिए राज्य के सभी अंचलों में निवेश व औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने के उद्देश्य से देश के बड़े औद्योगिक नगरों में रोड शो द्वारा उद्योगपतियों से चर्चा के क्रम में कोलकाता में सत्र आयोजित किया गया। इस शुभ अवसर पर आईटीसी समूह के अध्यक्ष व एमडी संजीव पुरी, मध्य प्रदेश बिरला ग्रुप के एमडी व सीईओ संदीप घोष, टाटा स्टील्स के एम.डी. संदीप कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में मध्य प्रदेश में औद्योगिक विस्तार के लिए उपलब्ध अधोसंरचना, सुविधाओं व अन्य संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। उद्योगपतियों और सरकार के बीच सीधे संवाद के इस महत्वपूर्ण मंच पर मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और व्यापारिक संबंधों को प्रगाढ करने के उद्देश्य से देश-विदेश से आए लगभग 700 डेलिगेट्स और कई देशों के काउंसलेट एवं प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था ने 11वें स्थान से आगे बढ़कर विश्व में 5वें स्थान की अर्थव्यवस्था के रूप में स्वयं को स्थापित किया है। इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन है। प्रधानमंत्री श्री मोदी देश को विश्न की तीसरी नम्बर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कार्यरत हैं। मध्यप्रदेश, भी प्रधानमंत्री मोदी के इस लक्ष्य को समर्पित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बंगाल के उद्योगपतियों को अपनी गतिविधियों का मध्यप्रदेश में विस्तार करने का आमंत्रण देते हुए कहा कि वे अपनी प्रतिभा, क्षमता, योग्यता का उपयोग करते हुए औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के लिए मध्यप्रदेश में उपलब्ध अवसरों को पहचानें। हम सब समय का सद्उपयोग करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में स्वयं तथा देश की उन्नति के लिए अग्रसर हों। परस्पर सहयोग से उद्योगों-प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित होकर प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोलकाता महाकाली की नगर है और वे स्वयं महाकाल की नगरी उज्जैन से आते हैं। महाकाल और महाकाली से ही सृष्टि का सृजन है। कोलकाता पर ईश्वर की विशेष कृपा है, यहीं से स्वामी विवेकानंद ने भविष्य वाणी की थी की 21वीं शताब्दी भारत की होगी और स्वामी रामचंद्र परमहंस ने मानव धर्म को समझते हुए भारत के गरीबों के जीवन में कर्म के आधार पर बदलाव लाने का संकल्प लेते हुए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। उन्होंने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य सुशासन के लिए जाने जाते थे। दानशीलता, वीरता न्यायप्रियता, पुरुषार्थ और पराक्रम सभी मानवोचित गुण उनमें विद्यमान थे। भारत में सुशासन के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि की संकल्पना का भी महत्व है। जीवन में धन की महत्ता को स्वीकारते हुए ही वर्ष में एक बार दीवाली मनाई जाती है। सभी के जीवन में आनंद और उत्साह हो यह कामना करते हुए भारतीय संस्कृति जियो और जीने दो के सिद्धांत में विश्वास करती है। इसी आधार पर राज्य सरकार संपूर्ण प्रदेश के संतुलित आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा इसी उद्देश्य से क्षेत्रीय स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट का क्रम जारी है।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन राघवेंद्र सिंह ने प्रदेश की औद्योगिक नीतियों, बेहतर बुनियादी ढांचे, स्थिर प्रशासनिक समर्थन और निवेशकों को दिए जाने वाले प्रोत्साहनों पर प्रस्तुतीकरण दिया। अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं तकनीकी श्री संजय दुबे ने मध्य प्रदेश में आई.टी. आईटीईएस और ईएसडीएम क्षेत्र में निवेश, प्रदेश की नीतियों और उपलब्ध संसाधनों पर प्रस्तुतिकरण दिया। उद्योगपतियों और सरकार के बीच सीधे संवाद के इस महत्वपूर्ण मंच पर लघु- मध्यम उद्यम के क्षेत्र में निवेश, नीतियों तथा विशेष रूप से विकसित औद्योगिक क्षेत्रों के संबंध में विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. नवनीत मोहन कोठारी ने जानकारी साझा की। प्रदेश को प्रमुख निवेश स्थल के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से राज्य के विविध पर्यटन स्वरूपों तथा निवेश अवसरों पर वीडियो फिल्म के प्रदर्शन के साथ ही प्रस्तुतिकरण दिया गया। प्रदेश में उपलब्ध प्रचुर प्राकृतिक साधन तथा खनन व खनिज क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी प्रेजेंटेशन दिया गया।
कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तथा आईटीसी के प्रमुख संजीव पुरी ने उनके समूह द्वारा मध्य प्रदेश में संचालित औद्योगिक गतिविधियों संबंधी अनुभव साझा किये।पुरी ने मध्य प्रदेश की निवेश मित्र व समयानुकूल औद्योगिक नीतियों तथा उद्योग व्यापार के साथ-साथ सामान्यजन के लिए भी प्रदेश के अनुकूल वातावरण की सराहना की। एमपी बिरला समूह के संदीप घोष ने कहा कि उज्जैन के बड़नगर में शीघ्र ही 3500 करोड़ रुपए की लागत से सीमेंट इकाई स्थापित की जाएगी। श्री घोष ने कोलकाता से भोपाल और जबलपुर के लिए हवाई सेवा आरंभ करने की आवश्यकता बताइ।उन्होंने कहा कि एमपी बिरला ग्रुप का सर्वाधिक निवेश मध्य प्रदेश में ही है।
स्वरा बेबी हाइजीन के मैनेजिंग डायरेक्टर आलोक बिरला ने कहा कि मध्य प्रदेश लैंड ऑफ़ ऑपच्यरुनिटीज के साथ ऑपरेशनल ईज़ ओर पीस की भूमि है। डायपर तथा अन्य हाइजीन प्रोडक्ट में लगी उनकी कंपनी ने अपना समस्त व्यापार कोलकाता से इंदौर शिफ्ट कर लिया है। वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश में 40 करोड़ का निवेश किया था, जो अब 500 करोड़ हो गया है। वे 37 एकड़ क्षेत्र में 300 करोड़ के निवेश से अपनी गतिविधियों को विस्तार दे रहे हैं। कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के पश्चिम बंगाल क्षेत्र के प्रमुख तथा टाटा स्टील्स के संदीप कुमार ने कहा कि 700 से अधिक लोगों का रोड शो और परिचर्चा सत्र में भाग लेना उद्योग व्यापार जगत के लोगों की मध्य प्रदेश में निवेश के प्रति रुचि को दर्शाता है। उन्होंने मध्यप्रदेश की उद्योग मित्र नीतियों को अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कोलकाता पधारने के लिए आभार व्यक्त किया।