इंदौर। श्री पितरेश्वर हनुमान धाम का नगर भोज 3 मार्च को होगा जिसमें शहर के रिकॉर्ड 10 लाख लोग महाप्रसादी को ग्रहण करेंगे। यहां चल रहे अतिरुद्र महायज्ञ में 24 लाख आहुतियां पूरी होने के बाद हनुमानजी को भोग अर्पित होगा। इसके बाद अपराह्न 4 बजे से नगर भोज की शुरुआत होगी।
विश्व में अष्टधातु की हनुमानजी की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 28 फरवरी को विधि-विधान से संपन्न हुई थी। उसके बाद से यहां लगातार धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं जिसका लाभ शहर के हजारों श्रद्धालु ले रहे हैं। यही नहीं, यहां पर रोजाना 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी भी दी जा रही है।
एयरपोर्ट रोड से आगे (देपालपुर रोड पर) पितृ पर्वत है जिसे नया नाम 'श्री पितरेश्वर हनुमान धाम' का दिया गया है। यहां पर पिछले कई दिनों से मेला-सा लगा हुआ है और रोजाना हजारों की संख्या में लोग हनुमानजी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
श्री पितरेश्वर हनुमान धाम की परिकल्पना 2002 में तत्कालीन मेयर और वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने की थी। उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक हनुमानजी की विशाल मूर्ति की यहां स्थापना नहीं हो जाती, तब तक वे अन्न नहीं ग्रहण करेंगे।
विजयवर्गीय का प्रण 28 फरवरी को पूर्ण हुआ, जब साधु-संतों की मौजूदगी में प्राण-प्रतिष्ठा हुई। 18 साल के बाद विजयवर्गीय ने अन्न ग्रहण किया। इसके पूर्व वे उपवास में लिए जाने वाले राजगिरे के आटे की रोटी या पूड़ी व फल ही ग्रहण कर रहे थे।
दुनिया का सबसे बड़ा नगर भोज : श्री पितरेश्वर हनुमान धाम का दुनिया का सबसे बड़ा नगर भोज 3 मार्च, मंगलवार को अपराह्न 4 बजे से शुरू होगा, जो देर रात तक चलेगा। नगर भोज बड़ा गणपति के समीप से पितरेश्वर हनुमान धाम तक करीब 7 किलोमीटर से ज्यादा की रोड के एक तरफ होगा। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरणों में पहुंच गई है। इसमें पूड़ी, सब्जी, नुक्ती व अन्य सामग्री बनाई जाएगी।
आयोजन से जुड़े विधायक रमेश मेंदोला व शिव महाराज ने बताया कि नगर भोज 10 लाख लोगों के लिए किया जा रहा है। आयोजन में गुजरात, रतलाम, राजस्थान, इंदौर के हलवाइयों की टीमें भोजन बनाने का काम करेंगी।
आयोजन में ट्रैफिक और सफाई का विशेष ध्यान दिया जाएगा। रास्ते के एक तरफ नगर भोज चलेगा, तो दूसरी तरफ ट्रैफिक चलेगा। ट्रैफिक व्यवस्था के लिए एक प्राइवेट कंपनी के 500 लोगों के साथ ही धाम से जुड़े सैकड़ों भक्तों द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने का काम किया जाएगा।
भोजन परोसने के लिए 10 हजार लोगों की व्यवस्था रहेगी। इसमें 1,000 महिलाएं रहेंगी। आयोजन में भक्तों को शामिल करने के लिए आसपास के गांव में भी गाड़ियों से मुनादी करवाई जा रही है।
इतनी सामग्री से तैयार होगा भोजन : 1,000 क्विंटल आटा, 2,000 डिब्बे शुद्ध घी, 100 टंकी तेल, 500 क्विंटल बेसन, 500 क्विंटल आलू, 500 क्विंटल अन्य सब्जी।
प्रत्येक हलवाई के पास 500 लोगों की टीम : हंसदास मठ, नृसिंह वाटिका, व्यास बगीची, एचपी गोदाम के पास सामुदायिक परिसर, मेहंदी परिसर, पंचशील नगर, बिजासन मंदिर, गोम्मटगिरि, गांधी नगर और श्री पितरेश्वर हनुमान धाम में भोजनशाला बनाई जा रही है। भोजन तैयार करने के लिए मुख्य रूप से 10 हलवाई रहेंगे। इनमें प्रत्येक हलवाई के पास 500 लोगों की टीम रहेगी।