उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित भव्य श्री महाकाल लोक के आज शाम लोकार्पण के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें भव्य और दिव्य महाकाल लोक के लोकार्पण का सौभाग्य प्राप्त होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह अपने ट्वीट में कहा, 'आस्था-अध्यात्म की पावन नगरी उज्जैन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है। आज शाम यहां भव्य और दिव्य श्री महाकाल लोक को राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। हर-हर महादेव!'
मोदी आज शाम यहां नवनिर्मित महाकाल कॉरिडोर 'श्री महाकाल लोक' को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। मंदिर परिसर के आसपास कई एकड़ के क्षेत्र में इस पूरे कॉरिडोर को बनाया गया है। इस श्री महाकाल लोक में भगवान शिव से जुड़ी सभी लीलाओं को प्रदर्शित किया गया है।
910 मीटर लंबा महाकाल लोक गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र के पुनर्विकास की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है।
गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं। यह गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा रास्ते में मनोरम दृश्य देखने को मिलते हैं।
महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी उज्जैन स्थित 856 करोड़ रुपए की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपए में विकसित किया गया है।