मध्य प्रदेश बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा में सामाजिक विज्ञान के प्रश्नपत्र में कश्मीर को लेकर पूछे गए एक प्रश्न को लेकर विवाद हो गया है। प्रश्न पत्र में पीओके को आजाद कश्मीर के रूप में लिखा गया है। सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र में पीओके को लेकर दो प्रश्न पत्र पूछे गए जिसमें दोनों के उत्तर में उसके आजाद कश्मीर बताया गया।
बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र चार में विद्यार्थियों से पूछे गए प्रश्न में सही जोड़ी मिलान करने को कहा गया है और विकल्प में आजाद कश्मीर को उत्तर दिया गया। इसके साथ ही इसी प्रश्न पत्र में प्रश्न नंबर 26 में भारत के मानचित्र में आजाद कश्मीर को दर्शाने को कहा गया।
वहीं अब प्रश्नपत्र में गुलाम कश्मीर को आजाद कश्मीर बताने को लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता यदि आपस में निपटने से फुरसत हो गए हो तो जरा मध्यप्रदेश पर भी ध्यान दे लें। पिछले एक साल में लापरवाही के एक से एक नमूने पेश किये जा रहे है। मेरी मांग है कि इसके पीछे जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए।
अधर आजाद कश्मीर के सवाल पर मचे सियासी बवाल के बीच आनन –फानन में बोर्ड ने पेपर सेट करने वाले दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। बोर्ड की चैयरमैन सलीन सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच ते आदेश देते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।