इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर में लगातार हो रही बारिश से हाहाकर मच गया। कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। शहर की निचली बस्तियों और कॉलोनियों में जलजमाव के भयावह हालात हो गए हैं। लोगों के घरों में पानी भरने जैसी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शहर में पिछले 24 घंटों में आज शनिवार सुबह 8 बजे तक 10.3 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है।
पिछले 24 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसके पहले अगस्त महीने में 1 दिन में सर्वाधिक बारिश 10 अगस्त 1981 को हुई थी। अब तक इस सीजन में शहर में 32 इंच बारिश हो गई
है, जो वाषिक औसत से केवल 3 इंच ही कम है।
शहर के आसपास के गांवों में भी ऐसे ही हालात हैं। हातोद व यशवंत सागर के पास के सभी गांवों में पानी भर गया है। मौसम विभाग के अनुसार दिन में मौसम खुलने की संभावना है। जूनी इंदौर रेलवे क्रॉसिंग के नीचे बोगदे में 4 फुट पानी भरा होने से रोड बंद करना पड़ी। नदी-नालों में भी बाढ़ जैसे भयावह हालात हैं।
विद्युत आपूर्ति पर पड़ा प्रभाव : निचली बस्तियों व कॉलोनियों में काफी पानी भराने पर सुरक्षा कारणों से 50 फीडर बंद किए गए हैं। मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अमित तोमर, मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर के निर्देशानुसार बिजली कंपनी के कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। विभाग के अनुसार 200 स्थानों के ट्रांसफार्मरों के आसपास बारिश का पानी जमा होने पर बिजली आपूर्ति कुछ समय के लिए बंद की गई है, जो स्थिति सामान्य होते ही प्रारंभ कर दी जाएगी।
विभाग के अनुसार शनिवार रात 60 इंजीनियर, 250 कर्मचारियों ने आपूर्ति संबंधी 1,000 शिकायतों का निराकरण किया। शहर अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव के मुताबिक हर 30 मिनट में स्थिति की समीक्षा की जा रही है। विद्युत से संबंधित किसी भी परेशानी के लिए उपभोक्ता उर्जस एप, टोल फ्री काल सेंटर 1912, जोन के नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।